मुरैना। चंबल रेंज के आईजी मनोज शर्मा ने मंगलवार को पुलिस लाइन में वार्षिक निरीक्षण किया. जिसमें सबसे पहले उन्होंने पुलिस वाहनों का निरीक्षण किया, उसके बाद आईजी ने बम निरोधक दस्ते की गतिविधियां देखी, जिसमें बम निरोधक दस्ते ने आईजी को बम को डिफ्यूज करने का डेमो दिखाया गया. इसके बाद पुलिस दरबार लगाया गया, जहां अधिकारी और कर्मचारियों ने अपनी-अपनी समस्या चंबल IG को बताई. समस्या सुनने के बाद आईजी ने समस्याओं को दूर करने का आश्वासन भी दिया.
दरअसल मंगलवार को चंबल आईजी मनोज कुमार वार्षिक निरीक्षण पर आए हुए थे. जहां उन्होंने पुलिस दरबार लगाया, जहां अधिकारी कर्मचारियों ने अपनी-अपनी समस्या IG को बताई. पुलिस दरबार में सबसे पहले पोरसा थाना प्रभारी अतुल सिंह ने कहा की पुलिस थानों की गाड़ियों के लिए महीने में 150 लीटर के करीब डीजल मिलता है,. डीजल का बजट फिक्स है जो पूरे महीने नहीं चलता, महीना खत्म होने से पहले ही डीजल खत्म हो जाता है.उसके बाद जब भी कहीं तभी देनी हो या अन्य कार्रवाई के लिए जाना पड़ता है तब स्वयं की जेब से डीजल डलवाना पड़ता है. इसके साथ-साथ कई पुलिस आरक्षकों ओर अधिकारियों ने अपनी अपनी समस्या IG को बताई और आईजी मनोज शर्मा ने समस्याओं को जल्द से जल्द दूर करने का आश्वासन भी दिया है.
पुलिस दरबार में ये समस्याएं आई सामने
1. अम्बाह थाना प्रभारी योगेंद्र सिंह यादव ने बताया कि थानों के माल गोदाम छोटे हैं जो सामान से भर चुके हैं ऐसे में थानों की महिला वेरिकों को माल गोदाम बनाना पड़ रहा है इसलिए थानों में नई माल गोदाम बनवाई जाए.
2.- माता बसैया थाना प्रभारी महेश शर्मा ने बताया कि थाना परिसर में आवास जर्जर हालत में है, जिसमें रहने में असुरक्षा होती है थाना ग्रामीण इलाके का होने के कारण वहां किराए के मकान भी नहीं मिलते इसलिए आवाज बनवाए जाए.
3. नूराबाद थाने के एक आरक्षक ने IG को बताया कि एक आरोपी थाने से अपना ट्रैक्टर ले जाने के दौरान जब उसे रोका तो उसने मेरी मारपीट कर दी और थाने में मेरी ही सुनवाई नहीं हुई। इसे आईजी ने गंभीरता से लिया और बानमौर एसडीओपी को मामले की जांच कर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए.
4. कैलारस एसडीओपी शशिभूषण रघुवंशी ने बताया कि पहाड़गढ़ क्षेत्र में इन दिनों बदमाशों का मूवमेंट हैं और जंगल में बनी कन्हार चौकी पर कोई वाहन नहीं है।ग्रामीणों को लगता है कि पुलिस पैदल आ नहीं पाएगी और उससे पहले बदमाश भाग जाएंगे,इसलिए ग्रामीण हमें सूचना नहीं देते.