मुरैना। जिले के सबलगढ़ तहसील में गर्भवती महिला की मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. अशर्फी रावत नाम की महिला की मौत भाजपा नेत्री डॉ.मनु शर्मा के केडी नर्सिंग होम में इलाज के दौरान हुई थी. जिसके बाद क्लीनिक के कर्मचारियों ने बिना परिजनों को बताए महिला को मरी हुई हालत में ही सरकारी अस्पताल पहुंचा दिया.
परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि इस पूरे मामले में भाजपा नेत्री डॉक्टर मनु शर्मा और उनके पति राजेश शर्मा जो कि सरकारी अस्पताल में चिकित्सक के पद पर हैं इन दोनों की लापरवाही रही है. परिजनों ने दोनों डॉक्टर और उनके साथ कंपाउडर पर कार्रवाई की मांग की है. इधर कांग्रेस ने भी इस मामले में बीजेपी पर संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है. पुलिस अब इस पूरे मामले में जांच के बाद कार्रवाई की बात कह रही है.
मामला संज्ञान आने के बाद सीएमएचओ ने जांच के आदेश दे दिए हैं. रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है. वहीं आयुर्वेदिक डॉक्टर के नाम पर रजिस्टर क्लीनिक में डिलीवरी के लिए महिला को भर्ती करना और उसका ऐलोपैथी में इलाज करने को लेकर भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं.
कांग्रेस नेता रामनिवास रावत का कहना है कि इस पूरे मामले में प्रशासन बीजेपी नेत्री को बचाने का प्रयास कर रही है. जिस महिला डॉक्टर के नाम पर अवैध रूप से क्लीनिक चल रहा है. वो आयुर्वेदिक डॉक्टर है और भाजपा नेत्री है. ऐसे में अगर परिजनों की मांग पर दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो कांग्रेस उग्र आंदोलन करेगी.