मुरैना। चुनाव में जीत के लिए राजनेता धर्म, आस्था और अंधविश्वास को भी अपनाते हैं, ताकि उन्हें जीत हासिल हो सके. जहां नामांकन भरने से पहले सभी नेता पूजा-पाठ, मंदिर-मस्जिद का सहारा ले रहे हैं, वहीं मुरैना में खंडहर पड़े मकान की बीजेपी ने सुध ली है और उसकी मरम्मत करा रही है. बताया जा रहा है कि वो मकान उनके लिए शुभ है.
मुरैना में अब तक खंडहर पड़े भवन की मरम्मत कराई जा रही है. इस भवन में चुनाव कार्यालय का उद्धाटन किया जाएगा. बता दें कि नगर निगम कार्यालय के सामने एमएस रोड पर कभी तीन मंजिला इमारत खड़ी थी. इस इमारत की एक मंजिल पर भारतीय स्टेट बैंक की शाखा चलती थी. वहीं 2009 के चुनाव में इस भवन की एक मंजिल खाली थी.
उस समय बीजेपी से लोकसभा प्रत्याशी के रूप में नरेंद्र सिंह तोमर ही मुरैना आए थे और वहां उनका कार्यालय खुला था. पार्टी में स्थानीय नेताओं द्वारा तमाम विरोध होने के बाद भी नरेंन्द्र सिंह तोमर ने 1 लाख से ज्यादा मतों से चुनाव जीता था. वहीं 2014 में नरेंद्र सिंह तोमर के बाद अनूप मिश्रा यहां से उम्मीदवार बने. उनका चुनाव कार्यालय भी इसी भवन में खोला गया. वे भी 1 लाख 32 हजार मतों से चुनाव जीते, जबकि उन पर बाहरी प्रत्याशी होने का आरोप लगाकर विरोध हो रहा था.
तोमर, मिश्रा ने जीता चुनाव
इसके बाद 2015 में मुरैना की नगर पालिका से नगर निगम बनी और बीजेपी से महापौर प्रत्याशी के रूप में पूर्व सांसद अशोक अर्गल ने अपने चुनाव कार्यालय को इसी भवन से संचालित किया. 2015 में भवन मालिक ने इसे पहले बैंक और भारतीय जीवन बीमा से खाली कराया फिर व्यावसायिक भवन निर्माण करने के लिए जमींदोज किया गया, लेकिन इसका निर्माण नहीं हो सका. अब जबकि चुनाव का वक्त है, तो बीजेपी ने खंडहर पड़े इस भवन की सुध ली और इसका निर्माण करा रही है. बीजेपी इस मकान को पार्टी के लिए शुभ मानती है.