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रेत के अवैध उत्खननन पर प्रशासन सख्त, सभी जिलों के SP को कार्रवाई के निर्देश - illegal sand mining in morena

मुरैना में मंत्री गोविंद सिंह के बयान के बाद रेत माफियाओं पर प्रशासन हरकत में आया है. सभी जिलों के एसपी को कड़ी कार्रवाई के निर्देश मिले हैं.

अवैध उत्खननन
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Published : Aug 29, 2019, 12:25 PM IST

मुरैना। चंबल संभाग में रेत माफिया पर रोक लगाने में सरकार की नाकामी का बयान देकर प्रदेश सरकार में मंत्री गोविंद सिंह ने सनसनी फैला दी. जिसके बाद चंबल में पुलिस बल हरकत में आई है. आईजी चंबल डीपी गुप्ता ने बताया कि सभी जिलों के एसपी को कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं. भिंड और दतिया में एएसएफ तैनात की गई है और प्रशासन के अधिकारियों को भी तैनात करने के लिए पत्र लिखा गया है. इस पूरी टीम की मॉनिटरिंग डीआईजी को सौंपते हुए सीसीटीवी से लैस वाहनों से चेकिंग के निर्देश भी दिए गए हैं.

रेत माफिया पर हरकत में आया प्रशासन

मंत्री गोविंद सिंह के बयान के बाद हरकत में आई पुलिस सख्ती तो कर रही है, लेकिन यह सख्ती भिंड और दतिया जिले में ही दिखाई दे रही है. मुरैना और श्योपुर के मामले में यह सख्ती नहीं दिख रही है. इसके सवाल पर आईजी ने एसपी को निर्देश देने की बात कही.

आईजी चंबल में रेत माफिया पर कार्रवाई के लिए सीसीटीवी वाले वाहन, अलग से चेकिंग, डीआईजी की मॉनिटरिंग कराने की बातें कर रहे हैं, लेकिन मुरैना और श्योपुर में यह सब नहीं हो रहा. इस मुद्दे पर आईजी डीपी गुप्ता कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं. दरअसल यहां पर बार-बार रेत माफियाओं को कांग्रेस विधायकों के संरक्षण मिलने का आरोप लगता रहा है.

पूर्व स्थानीय बीजेपी विधायक सत्यपाल सिंह सिकरवार ने आरोप लगाया कि कांग्रेस विधायक ही रेत उत्खनन करवा रहे हैं. रेत माफियाओं के तार नेताओं से जुड़े हुए हैं और ये कई बार सामने आ चुका है. यहां तक कि कांग्रेस के नेता ही अपने बाकी नेताओं पर रेत माफिया होने का आरोप लगा चुके हैं.

मुरैना। चंबल संभाग में रेत माफिया पर रोक लगाने में सरकार की नाकामी का बयान देकर प्रदेश सरकार में मंत्री गोविंद सिंह ने सनसनी फैला दी. जिसके बाद चंबल में पुलिस बल हरकत में आई है. आईजी चंबल डीपी गुप्ता ने बताया कि सभी जिलों के एसपी को कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं. भिंड और दतिया में एएसएफ तैनात की गई है और प्रशासन के अधिकारियों को भी तैनात करने के लिए पत्र लिखा गया है. इस पूरी टीम की मॉनिटरिंग डीआईजी को सौंपते हुए सीसीटीवी से लैस वाहनों से चेकिंग के निर्देश भी दिए गए हैं.

रेत माफिया पर हरकत में आया प्रशासन

मंत्री गोविंद सिंह के बयान के बाद हरकत में आई पुलिस सख्ती तो कर रही है, लेकिन यह सख्ती भिंड और दतिया जिले में ही दिखाई दे रही है. मुरैना और श्योपुर के मामले में यह सख्ती नहीं दिख रही है. इसके सवाल पर आईजी ने एसपी को निर्देश देने की बात कही.

आईजी चंबल में रेत माफिया पर कार्रवाई के लिए सीसीटीवी वाले वाहन, अलग से चेकिंग, डीआईजी की मॉनिटरिंग कराने की बातें कर रहे हैं, लेकिन मुरैना और श्योपुर में यह सब नहीं हो रहा. इस मुद्दे पर आईजी डीपी गुप्ता कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं. दरअसल यहां पर बार-बार रेत माफियाओं को कांग्रेस विधायकों के संरक्षण मिलने का आरोप लगता रहा है.

पूर्व स्थानीय बीजेपी विधायक सत्यपाल सिंह सिकरवार ने आरोप लगाया कि कांग्रेस विधायक ही रेत उत्खनन करवा रहे हैं. रेत माफियाओं के तार नेताओं से जुड़े हुए हैं और ये कई बार सामने आ चुका है. यहां तक कि कांग्रेस के नेता ही अपने बाकी नेताओं पर रेत माफिया होने का आरोप लगा चुके हैं.

Intro:एंकर - चंबल संभाग में रेत माफिया लगातार सक्रिय है आलम यह है कि आए दिन हादसे और घटनाओं के बाद भी इन पर पुलिस और प्रशासन रोक लगाने में नाकाम साबित हो रहे हैं। हाल ही में कांग्रेस के कद्दावर नेता और प्रदेश सरकार में मंत्री गोविंद सिंह ने चंबल में रेत माफियाओं पर रोक न लगा पाने का बयान देकर सनसनी फैला दी। जिसके बाद चंबल में पुलिस बल हरकत में आया और आईजी चंबल के अनुसार सभी जिलों के एसपी को कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। भिंड और दतिया में तो एएसएफ तैनात की गई है और प्रशासन के अधिकारियों को भी तैनात करने के लिए पत्र लिखा गया है। इस पूरी टीम की मॉनिटरिंग डीआईजी को सौंपते हुए सीसीटीवी लैस वाहनों से चेकिंग के निर्देश भी दिए हैं।


Body:वीओ1 - मंत्री गोविंद सिंह के बयान के बाद हरकत में आई पुलिस सख्ती तो कर रही है पर उनकी सख्ती भिंड और दतिया जिले पर अधिक दिखाई दे रही है। मुरैना और श्योपुर के मामले में यह सख्ती नहीं दिख रही है, इसके सवाल पर आईजी एसपी को निर्देश देने की बात कह रहे हैं। पर क्या रेत माफिया केवल भिंड दतिया में ही सक्रिय है। मुरैना में तो हालत इतने खराब है कि 15 दिनों में रेत माफिया के वाहन दो लोगों को कुचल देते हैं और पुलिस 1 महीने से अधिक होने के बाद भी उनको पकड़ नहीं पा रही।

बाइट1 - केदार सिंह यादव - जिलाध्यक्ष बीजेपी।


वीओ2 - आईजी चंबल में कार्रवाई करने के लिए सीसीटीवी वाले वाहन, अलग से चेकिंग, डीआईजी की मॉनिटरिंग जैसी बातें तो कर रहे हैं। पर मुरैना और श्योपुर में ये क्यों नहीं हो रहा इस पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।


बाइट2 - डीपी गुप्ता - आईजी चंबल।


Conclusion:वीओ3 - दरअसल यहां पर बार-बार रेत माफियाओं को कांग्रेस विधायकों पर संरक्षण का आरोप लगता है। भाजपा के पूर्व विधायक सत्यपाल सिंह सिकरवार की मानें तो कांग्रेस विधायक ही रेत उत्खनन करवा रहे हैं। ऐसे में पुलिस की कार्रवाई ना होना इस आरोप को सही साबित करती नजर आ रही है।


बाइट3 - सत्यपाल सिंह सिकरवार - पूर्व विधायक बीजेपी।


वीओ4 - रेत माफियाओं के तार नेताओं से जुड़े हुए हैं ये कई बार सामने आ चुका है। यहां तक कि कांग्रेस के नेता ही अपने बाकी नेताओं पर रेत माफिया होने का आरोप लगा चुके हैं। अब ऐसे में रेत माफिया पर कार्रवाई न होना इन सब आरोपों को सही साबित करता है।
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