मुरैना। चंबल संभाग में रेत माफिया पर रोक लगाने में सरकार की नाकामी का बयान देकर प्रदेश सरकार में मंत्री गोविंद सिंह ने सनसनी फैला दी. जिसके बाद चंबल में पुलिस बल हरकत में आई है. आईजी चंबल डीपी गुप्ता ने बताया कि सभी जिलों के एसपी को कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं. भिंड और दतिया में एएसएफ तैनात की गई है और प्रशासन के अधिकारियों को भी तैनात करने के लिए पत्र लिखा गया है. इस पूरी टीम की मॉनिटरिंग डीआईजी को सौंपते हुए सीसीटीवी से लैस वाहनों से चेकिंग के निर्देश भी दिए गए हैं.
मंत्री गोविंद सिंह के बयान के बाद हरकत में आई पुलिस सख्ती तो कर रही है, लेकिन यह सख्ती भिंड और दतिया जिले में ही दिखाई दे रही है. मुरैना और श्योपुर के मामले में यह सख्ती नहीं दिख रही है. इसके सवाल पर आईजी ने एसपी को निर्देश देने की बात कही.
आईजी चंबल में रेत माफिया पर कार्रवाई के लिए सीसीटीवी वाले वाहन, अलग से चेकिंग, डीआईजी की मॉनिटरिंग कराने की बातें कर रहे हैं, लेकिन मुरैना और श्योपुर में यह सब नहीं हो रहा. इस मुद्दे पर आईजी डीपी गुप्ता कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं. दरअसल यहां पर बार-बार रेत माफियाओं को कांग्रेस विधायकों के संरक्षण मिलने का आरोप लगता रहा है.
पूर्व स्थानीय बीजेपी विधायक सत्यपाल सिंह सिकरवार ने आरोप लगाया कि कांग्रेस विधायक ही रेत उत्खनन करवा रहे हैं. रेत माफियाओं के तार नेताओं से जुड़े हुए हैं और ये कई बार सामने आ चुका है. यहां तक कि कांग्रेस के नेता ही अपने बाकी नेताओं पर रेत माफिया होने का आरोप लगा चुके हैं.