मुरैना। कोरोना महामारी के कारण जहां मैरिज गार्डन और होटलों में होने वाली शादियों पर प्रतिबंध लगाया गया हैं, तो वहीं घरों में शादी समारोह के दौरान सिर्फ 10 लोगों के शामिल होने की अनुमति दी गई हैं. इस कारण कई शादियों को टाल भी दिया गया हैं. वहीं कई लोग ऐसे हैं, जो बाल विवाह कराने पर उतारू हैं. बीते 20 दिन में प्रशासनिक टीम ने करीब आठ बाल विवाह रुकवाए हैं. टीम ने आज भी धनेला गांव में एक बाल विवाह रुकवाया.
बाल विवाह रोका
प्रशासन को सूचना मिली थी कि नूराबाद थाना क्षेत्र अंतर्गत धनेला गांव में एक नाबालिग का विवाह हो रहा हैं. सूचना के आधार पर चाइल्ड लाइन टीम के सदस्य नितिन शिवहरे, संदीप सेंगर, महिला बाल विकास परियोजना अधिकारी सरिता चतुर्वेदी नूराबाद थाना पुलिस के साथ धनेला गांव पहुंची. जांच पड़ताल के दौरान पता चला कि दूल्हा 18 साल का हैं, जो शादी के लिए मान्य 21 साल में 3 वर्ष छोटा हैं. शादी में रुकावट डालने पर दूल्हे के परिजनों ने जमकर हंगामा किया, लेकिन पुलिस बल होने के कारण उनका विरोध काम नहीं आया. बाद में प्रशासनिक टीम नाबालिग दूल्हे और उसके परिजनों को थाने ले आई. दूल्हे को अब बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया जाएगा. उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
घूमने का लालच देकर कराया जा रहा था बाल विवाह, रुकवाया
लोगों को किया जागरूक
नूराबाद थाना क्षेत्र के धनेला गांव में प्रशासन और चाइल्ड लाइन टीम द्वारा बाल विवाह रोका गया. उस दौरान टीम के सदस्य नितिन शिवहरे और संदीप सेंगर ने गांव में मौजूद सभी लोगों को बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम-2006 के बारे में समझाया और जागरूक भी किया.