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प्रशासन की रेत माफियाओं के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, 3 करोड़ की रेत को मिट्टी में मिलाया

मुरैना जिले के देवगढ़ थाना क्षेत्र के गुड़ा चंबल गांव में रेत माफियाओं ने एक हजार ट्रॉली रेत का स्टॉक कर रखा था. प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए स्टॉक की गई करीब 3 करोड़ की रेत को JCB मशीन से मिट्टी में मिला दिया. कार्रवाई के दौरान रेत माफिया भाग निकले.

Illegal sand mining in Madhya Pradesh
मध्य प्रदेश में रेत का अवैध खनन
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Published : Jun 29, 2021, 5:28 PM IST

Updated : Jun 29, 2021, 5:52 PM IST

मुरैना। जिले के देवगढ़ थाना क्षेत्र के गुड़ा चंबल गांव के पास सरकारी जमीन पर रेत माफियाओं ने भारी मात्रा में चंबल नदी से रेत का अवैध उत्खनन कर भंडारण किया था. जिसे मंगलवार को पुलिस विभाग, वन विभाग और राजस्व विभाग की टीम ने सयुंक्त कार्रवाई करते हुए एक हजार ट्रॉली से अधिक डंप रेत को JCB मशीन से मिट्टी में मिला दिया. इस कार्रवाई में रेत माफिया फरार हो गया, लेकिन मौके पर रखी रेत को पुलिस ने मिट्टी में मिला दिया. इस रेत की कीमत 3 करोड़ रुपए के आसपास बताई जा रही है.

प्रशासन ने 3 करोड़ की रेत को मिट्टी में मिलाया
  • रेत माफिया के खिलाफ सयुंक्त कार्रवाई

मुरैना एएसपी रायसिंह नरवरिया ने बताया कि बारीश से पहले रेत माफिया चंबल नदी से अवैध उत्खनन कर रेत जमा कर लेते है. मुखबीर से मिली सूचना पर वरिष्ठ अधिकारियों ने प्लानिंग कर छापामार कार्रवाई की. दोपहर डेढ़ बजे तक सयुंक्त टीम की कार्रवाई जारी रही जो कार्रवाई देर शाम तक चलेगी. इस कार्रवाई में एक हजार से अधिक ट्रॉली रेत डंप है, जिसे मिट्टी में मिलाकर उसको नष्ट किया जा रहा है. बातया जा रहा है कि इस कार्रवाई से रेत माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है. नष्ट की गई रेत की कीमत लगभग 3 करोड़ रुपए है.

Officials dumping sand with JCB machine
JCB मशीन से रेत को डंप करते अधिकारी
  • जिले में कई जगह चंबल रेत के भंडारण

बताया जा रहा है कि सबलगढ़, चिन्नौनी, देवगढ़ सहित मुरैना शहर के आसपास उसैदघाट, नगरा जैसे कई स्थानों पर भारी मात्रा में चंबल नदी से उत्खनन कर रेत को जमा किया गया है. पिछले कुछ दिनों से प्रशासन की यह कार्यवाई ठप पड़ी हुई थी. नगरा क्षेत्र के अमोल का पुरा गांव में हुई एक ग्रामीण की मौत के बाद से माफिया के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो पा रही थी, लेकिन आज सुबह पुलिस, प्रशासन और वन विभाग ने अचानक गोपनीय तरीके से संयुक्त रूप से रेत माफियाओं के खिलाफ बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया. इस कार्रवाई में जौरा SDOP मानवेन्द्र सिंह, देवगढ़ थाना, सरायछौला थाना, बागचीनी थाना, चिन्नौनी थाना पुलिस सहित पुलिस लाइन से 100 पुलिसकर्मियों का फोर्स शामिल था. इसके अलावा जौरा तहसीलदार कल्पना शर्मा, वन विभाग SDO श्रद्धा पांढरे, वन विभाग, SAF की टीम और राजस्व विभाग की टीम शामिल थी.

Officials taking action on illegal sand
अवैध रेत पर कार्रवाई करते अधिकारी

बीहड़ के माफियाः राजस्थान पुलिस और रेत माफिया के बीच हुई फायरिंग, दो ट्रॉली अवैध रेत जब्त

  • नाम पता करके की जाएगी FIR

गुढ़ा चंबल गांव की रोड पर जब पुलिस प्रशासन की टीमें कार्रवाई कर रही थीं, तब रेत माफिया के लोग आसपास जुटने भी लगे. लेकिन हथियारबंद पुलिस और एसएएफ जवानों के आगे दूर से ही तमाशबीन की तरह खड़े रहे. पुलिस और वन विभाग राजस्व विभाग के अधिकारियों से जमीन मालिकों के नाम पता कर रहा है. इसके बाद जहां रेत डंप किया है उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा.

Officer inspecting illegal sand
अवैध रेत का मुआयना करते अधिकारी
  • रेत माफिया महिला अधिकारी पर 9 बार कर चुके है हमला

पिछले दिनों मुरैना में वन विभाग की महिला अधिकारी श्रद्धा पांढरे पर हुए हमले ने तूल पकड़ा था. महिला अधिकारी पर बीते दो माह में 9 बार रेत माफियाओं ने हमले किए. उसके बाद महिला अधिकारी को अतिरिक्त सुरक्षा सरकार की ओर से दी जा चुकी है. महिला अधिकारी पर 9 बार हमला होने के बाद भी अवैध खनन माफियाओं के विरुद्ध ताबड़तोड़ कार्यवाई जारी है.

रेत माफिया के डॉन हैं CM शिवराज सिंह चौहान- दिग्विजय सिंह

  • मंत्रियों ने की माफियाओं को रोकने की मांग

एक तरफ जहां कांग्रेस अवैध खनन को लेकर सरकार पर हमला बोलती रहती है, तो वहीं अब सरकार के भीतर से भी माफियाओं के खिलाफ आवाज उठने लगी हैं. कृषि मंत्री कमल पटेल और ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने भी अवैध खनन का मामला उठाया है. राज्य सरकार के सहकारिता मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया ने भी रेत में होने वाले खेल का मामला उठाया. उन्होंने ओवर लोडिंग का जिक्र करते कहा कि मध्य प्रदेश से एक ट्रक जाता है. उत्तर प्रदेश में सीमा पर रेत को खाली कर दो ट्रक में बदल दिया जाता है.

  • घाटों को खोलने का विचार कर रही सरकार

चंबल रेत के अवैध उत्खनन को लेकर मध्य प्रदेश सरकार का रूख भी अब बदलता दिखाई दे रहा है. पिछले दिनों चंबल नदी से रेत निकालने को वैधानिकता प्रदान करने के लिए बहस शुरू हो गई है. चंबल नदी के कुछ घाटों को चिन्हित करके रेत निकालने की अनुमति देने की चर्चा शुरू हो गई है. जिससे कि जिले में रेत के अवैध कारोबार पर पाबंदी लग सकती है.

Illegal Sand Mining: 'मायके' में घुट रहा नदियों का दम! काली कमाई से तिजोरी भर रहे माफिया

  • एक माह पहले वन विभाग ने डंप रेत के खिलाफ की थी कार्रवाई

रेत माफिया के खिलाफ एक महिला दबंग एसडीओ का संघर्ष लगातार जारी है. एक महीने पहले वन विभाग की टीम ने चिन्नौनी थाना इलाके में डंप किए गए चंबल के रेत को नष्ट करने की कार्रवाई की थी. जिसके चलते रेत माफियाओं ने वन विभाग की टीम पर पथराव कर दिया था. बड़ी संख्या में पथराव को देख एएसएफ और वन विभाग की टीम ने हवाई फायर कर अपनी जान बचाई थी. इसके बाद भी वन विभाग ने डंप किए गए 500 से अधिक ट्रॉली रेत को मौके पर ही नष्ट कराया था.

मुरैना। जिले के देवगढ़ थाना क्षेत्र के गुड़ा चंबल गांव के पास सरकारी जमीन पर रेत माफियाओं ने भारी मात्रा में चंबल नदी से रेत का अवैध उत्खनन कर भंडारण किया था. जिसे मंगलवार को पुलिस विभाग, वन विभाग और राजस्व विभाग की टीम ने सयुंक्त कार्रवाई करते हुए एक हजार ट्रॉली से अधिक डंप रेत को JCB मशीन से मिट्टी में मिला दिया. इस कार्रवाई में रेत माफिया फरार हो गया, लेकिन मौके पर रखी रेत को पुलिस ने मिट्टी में मिला दिया. इस रेत की कीमत 3 करोड़ रुपए के आसपास बताई जा रही है.

प्रशासन ने 3 करोड़ की रेत को मिट्टी में मिलाया
  • रेत माफिया के खिलाफ सयुंक्त कार्रवाई

मुरैना एएसपी रायसिंह नरवरिया ने बताया कि बारीश से पहले रेत माफिया चंबल नदी से अवैध उत्खनन कर रेत जमा कर लेते है. मुखबीर से मिली सूचना पर वरिष्ठ अधिकारियों ने प्लानिंग कर छापामार कार्रवाई की. दोपहर डेढ़ बजे तक सयुंक्त टीम की कार्रवाई जारी रही जो कार्रवाई देर शाम तक चलेगी. इस कार्रवाई में एक हजार से अधिक ट्रॉली रेत डंप है, जिसे मिट्टी में मिलाकर उसको नष्ट किया जा रहा है. बातया जा रहा है कि इस कार्रवाई से रेत माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है. नष्ट की गई रेत की कीमत लगभग 3 करोड़ रुपए है.

Officials dumping sand with JCB machine
JCB मशीन से रेत को डंप करते अधिकारी
  • जिले में कई जगह चंबल रेत के भंडारण

बताया जा रहा है कि सबलगढ़, चिन्नौनी, देवगढ़ सहित मुरैना शहर के आसपास उसैदघाट, नगरा जैसे कई स्थानों पर भारी मात्रा में चंबल नदी से उत्खनन कर रेत को जमा किया गया है. पिछले कुछ दिनों से प्रशासन की यह कार्यवाई ठप पड़ी हुई थी. नगरा क्षेत्र के अमोल का पुरा गांव में हुई एक ग्रामीण की मौत के बाद से माफिया के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो पा रही थी, लेकिन आज सुबह पुलिस, प्रशासन और वन विभाग ने अचानक गोपनीय तरीके से संयुक्त रूप से रेत माफियाओं के खिलाफ बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया. इस कार्रवाई में जौरा SDOP मानवेन्द्र सिंह, देवगढ़ थाना, सरायछौला थाना, बागचीनी थाना, चिन्नौनी थाना पुलिस सहित पुलिस लाइन से 100 पुलिसकर्मियों का फोर्स शामिल था. इसके अलावा जौरा तहसीलदार कल्पना शर्मा, वन विभाग SDO श्रद्धा पांढरे, वन विभाग, SAF की टीम और राजस्व विभाग की टीम शामिल थी.

Officials taking action on illegal sand
अवैध रेत पर कार्रवाई करते अधिकारी

बीहड़ के माफियाः राजस्थान पुलिस और रेत माफिया के बीच हुई फायरिंग, दो ट्रॉली अवैध रेत जब्त

  • नाम पता करके की जाएगी FIR

गुढ़ा चंबल गांव की रोड पर जब पुलिस प्रशासन की टीमें कार्रवाई कर रही थीं, तब रेत माफिया के लोग आसपास जुटने भी लगे. लेकिन हथियारबंद पुलिस और एसएएफ जवानों के आगे दूर से ही तमाशबीन की तरह खड़े रहे. पुलिस और वन विभाग राजस्व विभाग के अधिकारियों से जमीन मालिकों के नाम पता कर रहा है. इसके बाद जहां रेत डंप किया है उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा.

Officer inspecting illegal sand
अवैध रेत का मुआयना करते अधिकारी
  • रेत माफिया महिला अधिकारी पर 9 बार कर चुके है हमला

पिछले दिनों मुरैना में वन विभाग की महिला अधिकारी श्रद्धा पांढरे पर हुए हमले ने तूल पकड़ा था. महिला अधिकारी पर बीते दो माह में 9 बार रेत माफियाओं ने हमले किए. उसके बाद महिला अधिकारी को अतिरिक्त सुरक्षा सरकार की ओर से दी जा चुकी है. महिला अधिकारी पर 9 बार हमला होने के बाद भी अवैध खनन माफियाओं के विरुद्ध ताबड़तोड़ कार्यवाई जारी है.

रेत माफिया के डॉन हैं CM शिवराज सिंह चौहान- दिग्विजय सिंह

  • मंत्रियों ने की माफियाओं को रोकने की मांग

एक तरफ जहां कांग्रेस अवैध खनन को लेकर सरकार पर हमला बोलती रहती है, तो वहीं अब सरकार के भीतर से भी माफियाओं के खिलाफ आवाज उठने लगी हैं. कृषि मंत्री कमल पटेल और ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने भी अवैध खनन का मामला उठाया है. राज्य सरकार के सहकारिता मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया ने भी रेत में होने वाले खेल का मामला उठाया. उन्होंने ओवर लोडिंग का जिक्र करते कहा कि मध्य प्रदेश से एक ट्रक जाता है. उत्तर प्रदेश में सीमा पर रेत को खाली कर दो ट्रक में बदल दिया जाता है.

  • घाटों को खोलने का विचार कर रही सरकार

चंबल रेत के अवैध उत्खनन को लेकर मध्य प्रदेश सरकार का रूख भी अब बदलता दिखाई दे रहा है. पिछले दिनों चंबल नदी से रेत निकालने को वैधानिकता प्रदान करने के लिए बहस शुरू हो गई है. चंबल नदी के कुछ घाटों को चिन्हित करके रेत निकालने की अनुमति देने की चर्चा शुरू हो गई है. जिससे कि जिले में रेत के अवैध कारोबार पर पाबंदी लग सकती है.

Illegal Sand Mining: 'मायके' में घुट रहा नदियों का दम! काली कमाई से तिजोरी भर रहे माफिया

  • एक माह पहले वन विभाग ने डंप रेत के खिलाफ की थी कार्रवाई

रेत माफिया के खिलाफ एक महिला दबंग एसडीओ का संघर्ष लगातार जारी है. एक महीने पहले वन विभाग की टीम ने चिन्नौनी थाना इलाके में डंप किए गए चंबल के रेत को नष्ट करने की कार्रवाई की थी. जिसके चलते रेत माफियाओं ने वन विभाग की टीम पर पथराव कर दिया था. बड़ी संख्या में पथराव को देख एएसएफ और वन विभाग की टीम ने हवाई फायर कर अपनी जान बचाई थी. इसके बाद भी वन विभाग ने डंप किए गए 500 से अधिक ट्रॉली रेत को मौके पर ही नष्ट कराया था.

Last Updated : Jun 29, 2021, 5:52 PM IST
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