मुरैना। जिले में चंबल नदी का पानी लगातार बढ़ता जा रहा है, वहीं कोटा बैराज डैम से छोड़े गए पानी की वजह से बाढ़ के हालात बने हुए हैं. जिसकी वजह से 90 से अधिक गांव इसकी चपेट में आ गये हैं, जिसके लिए प्रशासन की टीम के साथ अब सेना को भी तैनात किया गया है.
वहीं चंबल नदी में पानी खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है, जिसमें 23 साल बाद चंबल राजघाट पर बना पुल डूब चुका है साथ ही गांव में पानी भर गया है, जिसके लिए सेना तैनात की गई है.
बता दें कि आज बरावासिनी घाट पर 20 से अधिक लोगों को बचाते समय पोल से टकराने से नाव पलट गई थी, जिसमें एक बच्ची की मौत हो गई है और 1 बच्ची लापता है जिसकी तलाश अभी जारी है.
वहीं अधिकारियों के अनुसार 2 हजार लोगों को अभी तक बचाया जा चुका है साथ ही गांव में पुलिस अधीक्षक असित यादव सेना और पुलिस बल के साथ मौजूद हैं.