मंदसौर। जिले में खरीफ सीजन की मुख्य फसल सोयाबीन एक बार फिर बारिश के कारण पूरी तरह से बर्बाद होने की कगार पर पहुंच गई है. अतिवृष्टि से पहले ही 70 प्रतिशत तक खराब हो चुकी फसलों के पकने पर किसान नाम मात्र की उपज मिलने की उम्मीद से कटाई करने में जुट गए, लेकिन फिर से शुरू हुई बारिश बाधक बन रही है. सोमवार रात से अचानक हुई बारिश से किसानों के खेतों में कटकर पड़ी फसल भीग गई हैं. किसानों को अब फसल के दाने खराब होने की चिंता सता रही है.
किसानों के मुताबिक अभी जिले भर में आधे से ज्यादा रकबे में फसलें खड़ी हैं और उनकी कटाई का दौर जारी है. ऐसे में एन वक्त पर आई बरसात से उन्हें भारी नुकसान हो रहा है. वहीं मौसम विभाग के मुताबिक अभी दो-तीन दिन और बरसात होने की संभावना जताई जा रही है. वहीं अन्नदाता को ये डर सता रहा है कि अब अगर दोबारा पानी गिरता है तो खेतों में कटी पड़ी फसलों के दाने खराब होकर काले पढ़ने की संभावनाएं हैं. ऐसे हालात में जहां पहले की आर्थिक मार झेल रहे किसानों की कमर टूट चुकी उनके लिये दोबारा फसल के नुकसान की भरपाई करना बेहद मुश्किल है.
जिले में वर्ष 2018 और 2019 का फसल बीमा भी नाममात्र का और चंद किसानों को ही मिलने से इस बार खराब हो रही फसलों के नुकसान की भरपाई बीमा कंपनी से होने की किसानों को कोई उम्मीद नहीं है.