मंदसौर। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंदसौर और नीमच जिलों में आई बाढ़ के मामले में प्रशासन को दोषी मानते हुए सरकार को श्वेत पत्र जारी करने की चेतावनी दी हैं. शिवराज ने मंदसौर और नीमच जिले के प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा, कि प्रशासन कुंभकरण की नींद सोता रहा, जिसके चलते दोनों जिलों में बाढ़ के हालात बन गये.
शिवराज सिंह ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कमलनाथ सरकार ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का समय पर निरीक्षण नहीं किया. साथ ही उन्होंने कहा कि ये कोई प्राकृतिक आपदा नहीं है, बल्कि ये मानव निर्मित आपदा भी है. उन्होंने कहा कि गांधी सागर डैम के लबालब भर जाने के कारण दोनों जिलों में बाढ़ के हालात बने.
शिवराज सिंह ने कहा कि अगर समय पर डैम के गेट खोले जाते और पानी लगातार निकाला जाता, तो ये स्थिति नहीं पैदा होती और न गांव डूबते. उन्होंने कहा कि प्रशासन की लापरवाही से शताब्दी की सबसे भयानक बाढ़ और त्रासदी यहां पैदा हो गई. शिवराज सिंह ने कहा कि श्वेत पत्र में सरकार जारी करें, कि समय पर पानी क्यों नहीं छोड़ा गया. उन्होंने कहा कि आपदा के लिए दोषी कौन हैं, उन पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज ने प्रदेश सरकार को चेतावनी देते हुए मांग की है, कि मंदसौर, नीमच में बाढ़ पीड़ितों को तत्काल मुआवजा राशि दी जाये. उन्होंने कहा कि अगर सरकार बाढ़ पीड़ितों को पर्याप्त राशि नहीं देती है तो 21 सितंबर को मंदसौर जिले में सरकार के खिलाफ अहिंसक आंदोलन करेंगे.