मंदसौर। मंदसौर को भोपाल और इंदौर के अलावा जयपुर से जोड़ने वाली सड़क पर बन रहे रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण कार्य की अवधि निकलने के एक साल बाद भी पूरा नहीं हो पाया है. 62 करोड़ की लागत से मध्यप्रदेश सेतु विकास निगम इस रास्ते पर T-आकार का रेलवे ब्रिज बना रहा है. लेकिन रेलवे विभाग की लापरवाही के चलते अभी तक यह काम पूरा नहीं हुआ है. विभाग के अधिकारियों के मुताबिक इस काम के पूरा होने में अब 3 महीने और लगने का अनुमान जताया जा रहा है.
मंदसौर से भोपाल के रास्ते में सीतामऊ रेलवे फाटक की जगह ब्रिज बनाने की मंजूरी प्रदेश सरकार ने 3 साल पहले दी थी. इस जगह ब्रिज निर्माण की बाधा होने से सेतु विकास निगम ने यहां तीन रास्तों को जोड़ने वाले T-आकार के ब्रिज निर्माण का डिजाइन तैयार किया था. सेतु विकास निगम इस ब्रिज के बड़े हिस्से का निर्माण 1 साल पहले ही कर चुका है. लेकिन रेलवे के नियमों के मुताबिक रेलवे ट्रैक के ऊपरी हिस्से का निर्माण केवल रेलवे विभाग को ही करना है. वहीं विभाग ने ट्रैक के ऊपरी हिस्से का निर्माण अभी तक पूरा नहीं किया है. इस मामले में स्थानीय लोगों ने सांसद के जरिए रेल मंत्रालय तक शिकायत की है, लेकिन अभी भी इसका निर्माण कार्य चींटी की चाल से ही चल रहा है.
62 करोड़ की लागत वाली इस बड़ी सौगात में सेतु विकास निगम ने इंदौर जयपुर सड़क के ब्रिज का निर्माण काम पूरा कर दिया है. लिहाजा लोकार्पण के पहले ही इस रास्ते पर आवागमन शुरू हो गया है. लेकिन भोपाल सड़क की तरफ रेलवे ट्रैक के ऊपरी हिस्से का निर्माण ना होने से एक तरफ यह सौगात अभी भी अधूरी ही पड़ी हुई है. वहीं दूसरी तरफ लोगों को अब भोपाल की तरफ 4 किलोमीटर लंबा बायपास का रास्ता तय करने में रोजाना भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.