मंदसौर। हाई प्रोफाइल यौन शोषण के मामले में प्यारे मिंया के तार मंदसौर के ड्रग माफिया से जुड़े होने का खुलासा हुआ है. एसआईटी सूत्रों के मुताबिक प्यारे मियां और मालवा इलाके का ड्रग माफिया बाबू बिल्लोद आपस में व्यवसायिक तौर पर पार्टनर थे. 2015 में बाबू बिल्लोद ने गांधी सागर में मछली पालन का ठेका लिया था और इस कारोबार में प्यारे मियां से उसकी पार्टनरशिप होने का खुलासा हुआ है. इस खबर के बाद मंदसौर पुलिस ने मामले की सिरे से जांच शुरू कर दी है.
2015 में बिल्लोद का रहने वाला बाबू खां ने गांधी सागर जलाशय में मछली पालन का ठेका करोड़ों रुपए में लिया था. पुलिस के मुताबिक प्यारे मियां उसी समय बाबू बिल्लोद के संपर्क में आया था और वह उसका पार्टनर भी बना था. एसआईटी से जानकारी मिलने के बाद मंदसौर पुलिस के अधिकारियों ने एक बार फिर बाबू बिल्लोद के आपराधिक रिकॉर्ड को खंगालना शुरू कर दिया है.
बाबू बिल्लोद पर कई आपराधिक मामले दर्ज
ड्रग तस्करी के अलावा बाबू बिल्लोद और उसके बेटों पर हत्या के प्रकरण भी दर्ज हैं. 2018 में बाबू बिल्लोद की गिरफ्तारी के बाद और उसके परिवार के लोग मंदसौर जेल में बंद रहे लेकिन भोपाल में ड्रग तस्करी के आरोप में पुलिस ने उसे जांच के सिलसिले में भोपाल जेल शिफ्ट कर दिया था. ताजा मामले में उसके तार पत्रकार प्यारे मियां से जुड़े होने के खुलासे के बाद पुलिस ने एक बार फिर यहां इस पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है.
प्यारे मियां से पूछताछ
राजधानी भोपाल के हाई प्रोफाइल यौन शोषण के मामले में पुलिस प्यारे मियां को लेकर पहुंची, जहां प्यारे मियां ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उसे फंसाया गया है. उसने कहा कि इतने से मामले में इतना बड़ा होता है, क्या पूरे मामले को प्यारे मियां ने साजिश बताया है. बड़े लोगों के शामिल होने पर प्यारे मियां ने कहा है कि आप इस विषय को पता कर लीजिए. आरोपी प्यारे मिंया को विष्णु हाईटेक के फ्लैट पर तस्दीक के लिए लाया गया था, जहां उसने कहा कि उसे षडयंत्र के तहत फंसाया गया है.