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किसानों को प्याज ने फिर रुलाया, कृषि उपज मंडी में 50 पैसे प्रति किलो बिक रहा है प्याज - कृषि उपज मंडी,

एक बार फिर प्याज के गिरते भाव ने किसानों की परेशानियां बढ़ा दी है. जिले के मंडियों में प्याज कौड़ियों के दाम बिक रहा है. जिससे किसानों को फसल की लागत तो दूर मंडी तक लाने का भी भाव नहीं मिल पा रहा.

प्याज के गिरते दाम से किसान परेशान
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Published : May 13, 2019, 6:03 PM IST

मंदसौर। चुनावी मौसम में एक बार फिर प्याज के गिरते भाव सरकार की मुश्किलें बढ़ा सकती हैं. प्याज के दाम औंधे मुंह गिरने से मालवा के किसानो की परेशानियां भी बढ़ने लगी है. जिले के मंडियों में कौड़ियों के दाम बिक रहे प्याज के कारण किसानों को फसल की लागत तो दूर उन्हें मंडी तक पहुंचाने का भी दाम नहीं मिल पा रहा है, जिसको लेकर किसानों में नाराजगी देखने को मिल रही है.

प्याज के गिरते दाम से किसान परेशान

प्रदेश के मालवा इलाके की कृषि उपज मंडियों में इन दिनों प्याज की महज 500-700 बोरी की आवक हो रही है. वहीं किसानों से 50 पैसे से लेकर दो रुपए प्रति किलो तक प्याज खरीदी जा रही है. किसानों का कहा है कि इस फसल के उत्पादन में ही लगभग 30 हजार प्रति बीघा खर्च होता है. ऐसे में इतने कम भाव मिलने से फसल की लागत से तो दूर मंडी तक लाने की कीमत भी नहीं मिल पा रहा है.

इन हालातों में परेशान किसानों ने केंद्र सरकार से इस फसल के समर्थन मूल्य तय करने की अपील की है. किसानों में प्याज के दाम 2 हजार रूपए क्विंटल तय करने की मांग उठाई है. मंडी व्यापारियों के मुताबिक देश के कई हिस्सों में प्याज की फसल के बंपर उत्पादन होने के कारण प्याज के भाव में गिरावट आई है. चुनावी दौर में प्याज के दाम औंधे मुंह गिरने से यहां के किसान से नाराज हैं लिहाजा इस मुद्दे का चुनाव पर असर पड़ने की संभावना भी जताई जा रही है.

मंदसौर। चुनावी मौसम में एक बार फिर प्याज के गिरते भाव सरकार की मुश्किलें बढ़ा सकती हैं. प्याज के दाम औंधे मुंह गिरने से मालवा के किसानो की परेशानियां भी बढ़ने लगी है. जिले के मंडियों में कौड़ियों के दाम बिक रहे प्याज के कारण किसानों को फसल की लागत तो दूर उन्हें मंडी तक पहुंचाने का भी दाम नहीं मिल पा रहा है, जिसको लेकर किसानों में नाराजगी देखने को मिल रही है.

प्याज के गिरते दाम से किसान परेशान

प्रदेश के मालवा इलाके की कृषि उपज मंडियों में इन दिनों प्याज की महज 500-700 बोरी की आवक हो रही है. वहीं किसानों से 50 पैसे से लेकर दो रुपए प्रति किलो तक प्याज खरीदी जा रही है. किसानों का कहा है कि इस फसल के उत्पादन में ही लगभग 30 हजार प्रति बीघा खर्च होता है. ऐसे में इतने कम भाव मिलने से फसल की लागत से तो दूर मंडी तक लाने की कीमत भी नहीं मिल पा रहा है.

इन हालातों में परेशान किसानों ने केंद्र सरकार से इस फसल के समर्थन मूल्य तय करने की अपील की है. किसानों में प्याज के दाम 2 हजार रूपए क्विंटल तय करने की मांग उठाई है. मंडी व्यापारियों के मुताबिक देश के कई हिस्सों में प्याज की फसल के बंपर उत्पादन होने के कारण प्याज के भाव में गिरावट आई है. चुनावी दौर में प्याज के दाम औंधे मुंह गिरने से यहां के किसान से नाराज हैं लिहाजा इस मुद्दे का चुनाव पर असर पड़ने की संभावना भी जताई जा रही है.

Intro:मंदसौर एक दशक पहले चुनावी माहौल के दौरान दिन-ब-दिन बढ़ रहे दामो की वजह से सत्तारूढ़ सरकार को हिला देने वाले प्याज के दाम इस बार चुनावी माहौल में ही औंधे मुंह गिर गए हैं प्याज के दाम एक बार फिर गिरने की वजह से मालवा के किसान खून के आंसू रोते नजर आ रहे हैं ऑडियो मंडियों में कौड़ियों के दाम बिक रहे प्यास के कारण किसानों को फसल की लागत तो दूर उन्हें मंडी तक पहुंचाने का भाड़ा भी नसीब नहीं हो रहा है लिहाजा वे खासे नाराज नजर आ रहे हैं


Body:प्रदेश के मालवा इलाके की कृषि उपज मंडियों में इन दिनों प्याज की महक 500 700 बोरी की आवक हो रही है वहीं मंडियों में मार्ग की कमी के बावजूद मंदसौर और आसपास की मंडियों में इसके दाम केवल 50 पैसे से लगा कर दो रुपए किलो तक ही बोले जा रहे हैं इतने कम भाव मिलने से किसानों को अपने माल की मंडी पहुंच का भाड़ा भी नहीं मिल पा रहा है किसानों ने बताया कि इस फसल के उत्पादन में ही लगभग ₹30000 प्रति बीघा खर्च आता है लेकिन मंडी में पसंद के बाद उन्हें लागत तो दूर याद आने का किराया भाड़ा भी नहीं मिल रहा है


Conclusion:इन हालातों में परेशान किसानों ने केंद्र सरकार से इस फसल के समर्थन मूल्य तय करने की अपील की है किसानों में प्याज के दाम ₹2000 विंटर तय करने की मांग उठाई है किसान सरकार की आयात निर्यात नीति से भी खासे नाराज नजर आ रहे हैं इधर मंडी के व्यापारियों के मुताबिक देश के कई हिस्सों में प्याज की फसल के बंपर उत्पादन के भी समाचार मिले हैं लिहाजा व्यापारी भी दिमाग की कमी बताकर फिलहाल प्याज के दामों में बढ़ोतरी की बात से इंकार कर रहे हैं 12 चुनावी दौर में प्याज के दाम औंधे मुंह गिरने से यहां के किसान से नाराज हैं लिहाजा इस मुद्दे का चुनाव पर असर पड़ने की संभावना भी जताई जा रही है जगदीश चौधरी प्याज विक्रेता के साथ सत्यनारायण कुमावत केशव सिंह संतोष गोयल प्याज व्यापारी मंदसौर विनोद गौड़ रिपोर्टर मंदसौर
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