मंदसौर। प्रसिद्ध भगवान पशुपतिनाथ मंदिर परिसर में नेपाल की तर्ज पर सहस्र शिवलिंग प्रतिमा की स्थापना को लेकर भव्य मंदिर का निर्माण कार्य जोरों पर है. भगवान पशुपतिनाथ मंदिर परिसर में ही एक और पुरातात्विक प्रतिमा वाले सहस्त्र शिवलिंग मंदिर का निर्माण हो रहा है. पशुपतिनाथ मंदिर प्रबंध समिति की अपील के बाद प्रशासन ने यहां सवा चार करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले सहस्त्र शिवलिंग मंदिर के निर्माण की मंजूरी दी थी.
मंदिर प्रबंध समिति के मैनेजर राहुल रुनवाल ने बताया कि 60 साल पहले यहां कपड़े धोने वाले धोबी को पहली बार नदी में पड़ी भगवान पशुपतिनाथ की विशाल अष्टमुखी प्रतिमा पर नजर आई थी. इसके बाद इस प्रतिमा को निकाल कर सन 1960 में नदी के किनारे यहां भव्य मंदिर बनाकर इसकी स्थापना की गई. इसी दौरान नदी की तलहटी से सेंड स्टोन की सहस्त्र शिवलिंग वाली एक और प्रतिमा मिली. जो अब तक मंदिर परिसर में ही खुले आसमान में पड़ी थी. मंदिर प्रबंध समिति ने इस प्रतिमा की स्थापना के लिए प्रशासन से यहां एक मंदिर निर्माण की अनुमति मांगी थी. जिस पर मंजूरी के बाद अब यहां एक और भव्य मंदिर का निर्माण हो रहा है.
शिवना नदी के दक्षिण छोर पर पशुपतिनाथ मंदिर परिसर में ही इस मंदिर का निर्माण काम जारी है. प्रबंध समिति के मैनेजर ने बताया कि 1008 शिवलिंग वाली पुरातात्विक प्रतिमा की स्थापना के लिए मंदिर का निर्माण किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि आगामी 6 महीने में निर्माण काम पूरा होगा. साथ ही उन्होंने बताया कि नेपाल के बाद मन्दसौर में ही शिवलिंग की प्रतिमा वाला भव्य मंदिर बनेगा. जिस पर एक ही अभिषेक से श्रद्धालुओं को हजारों पुण्य का लाभ मिलेगा.