मंदसौर। शहर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए शासन द्वारा दी गई लाखों रुपए की सौगातें नगर पालिका प्रशासन की लापरवाही के चलते चंद महीनों में कबाड़ में तब्दील हो गई हैं. जिले के सबसे खास माने जाने वाले पर्यटन केंद्र तेलिया तालाब में सैलानियों के नोका विहार के लिए पैडल बोटिंग की सौगात दी गई थी. लेकिन नगर पालिका परिषद ने सुरक्षा का हवाला देकर बोट का संचालन बंद कर दिया है.
तालाब में पानी को देखते हुए और खुद सैलानियों द्वारा चलाई जाने वाली इस बोट में दुर्घटनाओं की आशंका है. ऐसे में नगर पालिका ने 2016 में लोगों को प्रशिक्षित कर इन बोट का संचालन करने की बात करते हुए इस योजना को बंद कर था. तब से बंद पड़ी ये वोट अभी तक दोबारा शुरू नहीं हो पाई हैं.
निगम ने 6 लाख का खर्चा कर वोट दी थी, जो तेलिया तालाब के किनारे ही पड़े-पड़े कबाड़ में तब्दील हो गई हैं. इन हालातों से बीजेपी पदाधिकारियों और तत्कालीन जनप्रतिनिधियों ने वर्तमान परिषद के रवैये पर खासी नाराजगी जताई है. नगर पालिका परिषद के पूर्व सभापतियों ने कांग्रेस सरकार द्वारा नियुक्त अध्यक्ष मोहम्मद हनीफ शेख और उनकी पीआईसी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. इस मामले में नगर पालिका अध्यक्ष ने योजना के तमाम बोट के उपयोग से पहले ही उनके भंगार होने की जानकारी से इनकार किया है. हालांकि उन्होंने जल्द ही इस स्कीम के दोबारा शुरू करने की बात भी कही है.