मंडला। तितलियां किसी भी क्षेत्र के वातावरण की शुद्धता को मापने का एक प्राकृतिक उपकरण है. जितना शुद्ध वातावरण होगा क्षेत्र में उतनी ही तितलियां दिखाई देंगी. पार्क के खवासा क्षेत्र में रहने वाले वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर ने पेंच पार्क क्षेत्र में कदम के तीन पेड़ों के पास तितलियों की 56 प्रजाति की तस्वीरें अपने कैमरे में कैद की है. पेंच पार्क में सवा सौ प्रकार की तितलियां पाई जाती हैं. (species of butterflies In Pench park)
वाइल्ड लाइफ में है खासी रुचि
खवासा में रहने वाले और वाइल्ड लाइफ में खासी रुचि रखने वाले इमरान खान पिछले एक दशक से अधिक समय से वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी से जुड़े हैं. इमरान लंबे समय से लोमड़ी पर भी रिसर्च कर रहे हैं. इसके अलावा पार्क क्षेत्र में पाए जाने वाले बाघों पर भी उनकी अच्छी पकड़ है. अपने कैमरे के जरिए वे इन वन्यजीवों पर रोशनी डालते रहते हैं. इन दिनों वे पार्क क्षेत्र में पाई जाने वाली तितलियों पर काम कर रहे हैं.
पार्क में हैं सवा सौ प्रकार की तितलियां
इमरान खान का कहना है पार्क में सवा सौ प्रजातियों की तितलियां पाई जाती हैं. भारत की बात करें तो यहां 1327 प्रकार की तितलियां पाई जाती हैं. पार्क क्षेत्र में अबतक 125 प्रकार की तितलियों की पहचान हो चुकी है. तितली मुख्य रूप से कीट प्रजाति का जीव है. इसके मुंह में घड़ी के स्प्रिंग की तरह प्रोवोसिस खोखली लंबी सूंड जीभ होती है. जिसकी मदद से वह फूलों से पराग एकत्र करती है. ये अपने एंटीना की मदद से किसी वस्तु और गंध का पता करती हैं. (Mandla butterflies species)
एक ही पेड़ पर पाई गई 56 प्रजातियां
इमरान खान पिछले कई महीनों से तीन पेड़ों के आसपास अपना कैमरा चला रहे हैं. इन पेड़ों में कदम, बुडेल्जा ऑडोराटा और कारोमोलेना ओडोरा शामिल हैं. इन तीन पेड़ों के पास उन्होंने अबतक 56 प्रकार की तितलियां अपने कैमरे में कैद की हैं. जिनमें कॉमन इंडियन क्रो, कॉमन रोज, क्रिमसन रोज, लेमन इमिग्रेंट, ग्रे पेंसी, कॉपर फ्लैश बटरफ्लाई, कॉमन सैलर आदि प्रमुख हैं. एक सीमित स्थान में इतने प्रकार की तितलियों का पाया जाना पार्क की जैव विविधता के बारे में खुद की काफी कुछ कह जाता है.