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मंडला: जानवरों के शवों को खुले में फेंक बीमारियों को निमंत्रण दे रही नगर पालिका

बम्हनी नगर पालिका परिषद लोगों की जान को ताक पर रखकर मरे हुए जानवरों के शव खुले में फेंक रही है.

जानवरों के शवों को खुले में फेंक बीमारियों को निमंत्रण दे रही नगर पालिका
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Published : Aug 11, 2019, 9:01 PM IST

मंडला| जिले की बम्हनी नगर पालिका परिषद लोगों की जान को ताक पर रखकर मरे हुए जानवरों के शव कृषि उपज मंडी के सामने शहरी आबादी के करीब और जिस रास्ते से दर्जनों गांव के ग्रामीण आते-जाते हैं, वहां लाकर खुले में फेंक देते हैं.

जानवरों के शवों को खुले में फेंक बीमारियों को निमंत्रण दे रही नगर पालिका

बम्हनी में बीते साल उल्टी-दस्त की बीमारी जबरदस्त तरीके से फैली थी और लगभग 300 मरीजों का उपचार बीएमओ सरौते की देख रेख में किया गया था. इसके अलावा भी हैजा और डायरिया ने अपना प्रचण्ड रूप यहां दो से ज्यादा बार दिखया है और इसकी पूरी संभावना वर्तमान में पदस्थ डॉक्टर्स के द्वारा व्यक्त की जा रही है. जबकि नगर पालिका की अध्यक्ष और अधिकारियों के द्वारा हर बार जमीन न होने का रोना रोकर अपने दायित्वों से पल्ला झाड़ लिया जाता है.

ये वही नगर परिषद है जिसे स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 में देश के 4041 नागरिय निकाय में से 276 वां स्थान, मध्यप्रदेश में 385 नगरीय निकाय में 72 वां स्थान, टॉप 100 में जबलपुर संभाग की 54 निकायों में चौथा स्थान दिया गया था.

मंडला| जिले की बम्हनी नगर पालिका परिषद लोगों की जान को ताक पर रखकर मरे हुए जानवरों के शव कृषि उपज मंडी के सामने शहरी आबादी के करीब और जिस रास्ते से दर्जनों गांव के ग्रामीण आते-जाते हैं, वहां लाकर खुले में फेंक देते हैं.

जानवरों के शवों को खुले में फेंक बीमारियों को निमंत्रण दे रही नगर पालिका

बम्हनी में बीते साल उल्टी-दस्त की बीमारी जबरदस्त तरीके से फैली थी और लगभग 300 मरीजों का उपचार बीएमओ सरौते की देख रेख में किया गया था. इसके अलावा भी हैजा और डायरिया ने अपना प्रचण्ड रूप यहां दो से ज्यादा बार दिखया है और इसकी पूरी संभावना वर्तमान में पदस्थ डॉक्टर्स के द्वारा व्यक्त की जा रही है. जबकि नगर पालिका की अध्यक्ष और अधिकारियों के द्वारा हर बार जमीन न होने का रोना रोकर अपने दायित्वों से पल्ला झाड़ लिया जाता है.

ये वही नगर परिषद है जिसे स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 में देश के 4041 नागरिय निकाय में से 276 वां स्थान, मध्यप्रदेश में 385 नगरीय निकाय में 72 वां स्थान, टॉप 100 में जबलपुर संभाग की 54 निकायों में चौथा स्थान दिया गया था.

Intro:मंडला जिले के बम्हनी नगर पालिका परिषद को निश्चित ही देश में पहला पुरुस्कार मिलता अगर सबसे ज्यादा गंदगी और बीमारी फैलने का कोई पुरुस्कार किसी भी संस्था के द्वारा दिया जाता,ऐसा हम नहीं कह रहे यह कह रहे हैं नगर पालिका परिषद के द्वारा सड़क के किनारे फेंके जा रहे मरे जानवर और बजबजा रहे कचरे के नजारBody:मंडला जिले की बम्हनी नगर पालिका परिषद को अपने नगरवाशियों से पता नहीं किस बात की दुश्मनी है कि उसके द्वारा अपने बाशिंदों को परेशान और बीमार करने के नए नए तरीके ढूँढे जाते हैं यहाँ के अधिकारी और कर्मचारी ऐसे मासूम बन जाते जैसे उन्होंने कुछ किया ही न हो,या फिर यह नगर परिषद को उम्मीद होगी कि सबसे ज्यादा बीमारी,बदबू और गंदगी परोशने का कोई इनाम अगर दिया जाएगा तो वह उसे ही मिले,तभी लोगों की जान को ताक पर रख कर इसके द्वारा सारे शहर के मरे हुए जानवरों के शव कृषि उपज मंडी के सामने शहरी आबादी के करीब और जिस रास्ते से दर्जनों गाँव के ग्रामीण आते जाते हैं वहाँ लाकर खुले में फेंक दिया जाता है और इस बात को भी दरकिनार कर दिया जाता है कि यहाँ से कल के भविष्य स्कूली छात्र छात्रराएँ स्कूल और कोचिंग आते जाते हैं जिन्हें मजबूरन नाक पर कपड़े रखना पड़ता है।वहीं दूसरी तरफ कुत्ते और कौओं के द्वारा भी बीमारी को फैलाने में नगर पालिका की भरपूर मदद की जा रही है इनके द्वारा मरे हुए जानवरों का माँस साफ सुथरी सड़क तक पहुंचा दिया जाता है जिससे कि स्कूली बच्चों और आ जा रहे लोगों की परेशानी में कोई कमी न रह जाए,बम्हनी में बीते साल उल्टी दस्त की बीमारी जबरदस्त तरीके से फैली थी और लगभग 300 मरीजों का उपचार बीएमओ सरौते की देख रेख में किया गया था इसके अलावा भी हैजा और डायरिया ने अपना प्रचण्ड रूप यहाँ दो से ज्यादा बार दिखया है और इसकी पूरी संभावना वर्तमान में पदस्थ चिकित्सक के द्वारा व्यक्त की जा रही है,जबकि नगर पालिका की अध्यक्ष के द्वारा और अधिकारियों के द्वारा हर बार जमीन न होने का रोना रोकर अपने दायित्वों की इति कर ली जाती है जिन्हें शायद यह भी समझ नहीं कि मरे हुए जानवरों के शव हों या भी गीला कचरा जमीन में गढ्डों के भीतर दबा दिया जाए तो संक्रमण का खतरा कम हो जाता है।Conclusion:बता दें कि यह वही नगर परिषद है जिसे स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 में देश के 4041 नागरिय निकाय में से 276 वैाँ स्थान मध्यप्रदेश में 385 नगरीय निकाय में 72 वा स्थान ,टॉप 100 में जबलपुर संभाग की 54 निकायों में 4 था स्थान मंडला जिले की 5 निकायों में दूसरा स्थान मिला था, यह किस आधार पर दिया गया यह समझ के परे है ?

बाईट --स्कूली बच्चे,राहगीर
बाईट--सुरेंद्र बरकड़े,ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर बम्हनी
बाईट--सुशीला चौरसिया,नगरपालिका अध्यक्ष


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