मंडला। जिले के मांगा उच्चतर माध्यमिक स्कूल में शिक्षकों ने शौचालय में ताला जड़ दिया है. जिससे स्कूल में पढ़ने वाले बारहवीं तक के छात्र-छात्राओं को खासी परेशान हो रही है. आलम ये है कि स्कूल के वरिष्ठ प्राध्यापक शौचालय में ताला लगाने का कारण ना तो बताते हैं और छात्रों को भी ये बात किसी और को बताने से रोकते हैं.
मामला बिछिया विकासखण्ड के मांगा का है, जहां की शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला में बनाए गए शौचालय में ताले लगे हैं. ऐसे में बारहवीं तक की छात्राएं मजबूरन झाड़ियों के पीछे शौच के लिए जाती हैं. स्कूल में कार्यरत वरिष्ठ अध्यापक प्रमोद झारिया हर जिम्मेदारी से बच रहे हैं. उनका कहना है कि उन्हें भी नहीं पता ताले किसने लगाए.
इस स्कूल की नई बिल्डिंग बनी है, जिसके शौचालय तो अच्छी हालत में है, लेकिन उनका उपयोग छात्रों को करने नहीं दिया जा रहा है. जानकारी के अनुसार शौचालय के लिए बनाई गई टंकियों में पानी की व्यवस्था करने के झंझट से बचने के शौचालय में ताले जड़ दिए गए हैं.
एक तरफ केंद्र से लेकर राज्य सरकार स्कूलों को सुविधाओं से लैस करने की कोशिश में जुटी है, तो वहीं दूसरी तरफ सरकारी स्कूल के शौचालय में ताला जड़कर पीएम मोदी के खुले में शौच से मुक्त योजना को बट्टा लगाया जा रहा है.