मंडला। शहर के लोगों की प्यास बुझाने के लिए 2013 में 14 करोड़ रूपये खर्च कर जलसंयंत्र का निर्माण किया गया था. जिसके लिए पूरे शहर में पाइप लाइन बिछाकर घर-घर पानी पहुंचाए जाने की योजना बनाई गई थी. लेकिन लेकिन चार साल बीत जाने के बाद भी कर्ज लेकर चालू की जाने वाली यह योजना शुरू ही नहीं हो पाई है. जिससे मंडला के लोग आज भी घर तक शुद्ध पानी पहुंचने की बाट जो रहे हैं.
मुख्यमंत्री शहरी जल प्रदाय योजना के तहत नगर पालिका मण्डला में शुरु की गई जलसंयत्र निर्माण योजना का काम अब भी अधूरा पड़ा है. जबकि 14 करोड़ की लागत की इस योजना का बजट 17 करोड़ रुपए पहुंच गया है. लेकिन योजना पूरी न होन से मंडला के लोग अब भी पानी के लिए परेशानियों का सामना कर रहे हैं. इस योजना का पूरा न हो पाना निर्माण का लापरवाही तरीके से काम किया जाना बताया जा रहा है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि घटिया पाइप लाइन पानी का प्रेशर नहीं झेल पाती है. जिससे वह जगह-जगह से लीक होने लगती है. दूसरी परेशानी यह है कि नगर के अलग-अलग हिस्से के लिए बल्ब नहीं है. जिससे पूरे नगर को साथ पानी की सप्लाई होती है यही वजह है कि पाइन लाइन प्रेशर नहीं झेल पाती. जबकि इस योजान की पाइप लाइन घर-घर तक पहुंचाने के लिए कई सड़कों खोदा गया था जिस के पाइप आज भी जस के तस पड़े है. मंडला के मुख्य नगरपालिका अधिकारी दिनेश बाघमारे का कहना है कि पानी की सप्लाई तो की जा रही है. कुछ तकनीकी खामियों को चलते इसका काम धीमा हुआ लेकिन नई योजना के तहत इस पर काम शुरु हो गया है.