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36 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद बरामद किए गए पांच शव, बारातियों से भरी नाव के पलटने से हुआ था हादसा

गुरुवार की सुबह बारातियों से भरी एक नाव पलट गई थी. हादसे में 5 लोगों की पानी में डूबने से मौत हो गई थी, जिनके शवों को पुलिस ने बरामद किया है.

शवों की तलाश करती पुलिस
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Published : Jun 22, 2019, 9:37 AM IST

मंडला। टिकरिया थाना अंतर्गत मेहगांव के पास गुरुवार की सुबह बारातियों से भरी नाव पलट गई थी. हादसे में 5 लोगों की मौत हो गई थी, 36 घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद पांच शवों को बरामद कर लिया गया है.

पुलिस ने पांचों शवों को किया बरामद

नाव में कुल 15 लोग सवार थे, हादसे में 5 लोगों की डूबने से मौत हो गई थी, जिसमें 4 महिलाएं और एक बच्चा शामिल है. जबकि ग्रामीणों ने 9 की जान बचा ली थी. पुलिस ने शवों की तलाश के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया था, जिसमें पुलिस, होमगार्ड और SDRF की टीम शामिल थी. 36 घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद पुलिस ने शवों को बरामद कर लिया है.

सभी लोग शादी से लौट रहे थे, ज्यादा लोग होने की वजह से नाव का बैलेंस बिगड़ गया और नाव पलट गई. SDM आसाराम मेश्राम ने बताया कि ये हादसा लोगों की अज्ञानता की वजह से हुआ है. नाव चालक को पता था, कि इतने लोग नाव में एक साथ नहीं बैठ सकते हैं, लेकिन फिर भी बाराती पैसे बचाने के चक्कर से नाव में बैठ गए. जिसकी वजह से उनकी जान चले गई.

बाइट 1- आसाराम मेश्राम-SDM निवास

मंडला। टिकरिया थाना अंतर्गत मेहगांव के पास गुरुवार की सुबह बारातियों से भरी नाव पलट गई थी. हादसे में 5 लोगों की मौत हो गई थी, 36 घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद पांच शवों को बरामद कर लिया गया है.

पुलिस ने पांचों शवों को किया बरामद

नाव में कुल 15 लोग सवार थे, हादसे में 5 लोगों की डूबने से मौत हो गई थी, जिसमें 4 महिलाएं और एक बच्चा शामिल है. जबकि ग्रामीणों ने 9 की जान बचा ली थी. पुलिस ने शवों की तलाश के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया था, जिसमें पुलिस, होमगार्ड और SDRF की टीम शामिल थी. 36 घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद पुलिस ने शवों को बरामद कर लिया है.

सभी लोग शादी से लौट रहे थे, ज्यादा लोग होने की वजह से नाव का बैलेंस बिगड़ गया और नाव पलट गई. SDM आसाराम मेश्राम ने बताया कि ये हादसा लोगों की अज्ञानता की वजह से हुआ है. नाव चालक को पता था, कि इतने लोग नाव में एक साथ नहीं बैठ सकते हैं, लेकिन फिर भी बाराती पैसे बचाने के चक्कर से नाव में बैठ गए. जिसकी वजह से उनकी जान चले गई.

बाइट 1- आसाराम मेश्राम-SDM निवास

Intro:mp_mdl_nadi se pancho shav baramd_mpc10083

36 घण्टों के रेस्क्यू के बाद पांचों शव नर्मदा नदी से बरामद

एंकर-मंडला जिले के नारायणगंज विकाशखंड के टिकरिया थानांतर्गत मेहगांव के पास गुरुवार की सुबह लगभग 7 बजे यात्रियों से भरी नाव डूब गई थी। नाव में सवार 15 लोग सवार थे, जिनमे से ग्रामीणों की मद्दत से 9 को तो बचा लिया गया लेकिन 4 महिलाएं और एक बच्चा नर्मदा नदी में डूब गयें, जिनके रेस्क्यू में टिकरिया पुलिस, मंडला होमगार्ड एवं SDRF जबलपुर व शिवनी जिले की टीमें लग गई लेकिन तीनों जिले टीमो को गुरुवार को सफलता नही मिली और शाम होते ही रेस्क्यू रोकना पड़ा।Body:बताया गया हैं सभी मृतक शिवनी जिले के बखारी गांव में शादी में गयें हुऐ थे जो लौटते समय नर्मदा नदी को पार करने के चक्कर में एक नाव में बैठ कर आरहे थे जैसे ही नाव बीच मझधार में पहुँची तो अचानक डिसबैलेंस होने लगी और देखते ही देखते उक्त नाव नदी में डूब गई, जिसमें से स्थानीय लोगो की मद्दत से 9 लोगो बचा लिया गया और एक बच्चे सहित चार महिलाएँ डूब गई जिनको तीनो जिलों के गोताखोरों ने करीब 36 घण्टों की कड़ी मसख्त के बाद बाहर निकालने में कामयाबी मिली।
जब इस दुर्घटना की जिम्मेदारी के बारे में SDM आसाराम मेश्राम से पूछा गया तो उनका कहना था इस घटना की जिम्मेदार अज्ञानता हैं कि जब इनको पता था और उस नाव चालक को पता था कि इतने लोग नाव में एक साथ नही बैठ सक्ते हैं लेकिन बो लोग जल्द बजी में और पैसे बचाने के चक्कर से नाव में बैठ गयें जिस कारण इतना बड़ा हादसा हुआ।

बाइट 1- आसाराम मेश्राम-SDM निवास विधानसभा_mpc10083Conclusion:गुरुवार की सुबह नर्मदा नदी में डूबे पांच लोगो का काफी मस्क्त के बाद शाम तक पता नही चला तो गोताखोरों की सुरक्षा दृष्टि को ध्यान में रखते हुऐ रेस्क्यू ऑपरेशन को रोकना पड़ा और शुक्रवार की सुबह 7 बजे पुनः मंडला, शिवनी, जबलपुर की SDRF और होमगार्ड की टीमो ने रेस्क्यू ऑपरेशन चालू कर दिया, घण्टों तक तीनो जिलों की टीमें पांचों लोगो को घण्टों तक नर्मदा नदी में सर्च करती रही लेकिन गोताखोरों ने हार नही मानी तब कही जाकर दोपहर करीब 2 बजे एक महिला का शव नर्मदा नदी के अंदर मिला तो स्थानीय लोगो सहित अधिकारियो ने राहत की साँस ली फिर क्या था उसके बाद तो एक के बाद एक सभी शव मिलते गयें और शाम करीब 7 बजे तक गोताखोरों ने पांचों शवों को नर्मदा नदी के आघोस से निकाल लिया।
वही स्थानीय लोगो का कहना ये इतनी बड़ी घटना शासन प्रशासन और स्थानीय सरपंच सचिव की लापरवाही से घटित हुई हैं अगर पहले ही इस घाट पर नावों की आवा जाही पर रोक लगादी जाती तो इतना बड़ा हादसा नही होता।

बाइट 2- मनमोहन गौठरिया- प्रदेश अध्यक्ष सरपंच संघ mpc10083

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