खरगोन। जिले के महेश्वर में कुछ ऐसे युवा हैं, जो अपने सारे काम छोड़कर बच्चों के साथ त्योहारों की खुशियां बांट रहे हैं. 'सार्थक दिवाली' के नाम से अभियान चलाने वाले युवाओं ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों से वह ये आयोजन करते आ रहें हैं और हर साल दिवाली के मौके पर जरूरतमंद बच्चों को मिठाई, पटाखे, शिक्षण सामग्री, दीए बांटकर खुशियां मनाते हैं.
ग्रुप के शिवम कर्मा, रोशन पाटीदार और अन्य सदस्यों ने बताया कि जब वह गांव में आते थे, तो उन्होंने देखा कि बस्तियों में जरूरतमंद बच्चे दूसरे बच्चों के बचे हुए पटाके जलाते थे, ऐसा देखकर उन्होंने गरीब बच्चों की मदद करने की ठानी और 'सार्थक दिवाली' के नाम से अभियान चलाया. जिसमें उनके साथ अन्य लोग भी जुड़ते गए और इसे सोशल मीडिया पर भी शेयर किया गया, जिसे कई लोगों ने समर्थन दिया.
वहीं टीम ने गांव के घर-घर पहुंचकर पालकों ओर ग्रामीणों को आयोजन में आने के लिए आमंत्रित किया. युवाओं ने ग्रामीणों को बालिका शिक्षा, बाल मजदूर, शिक्षा के अधिकार, पंचायती अधिकार आदि मुद्दों पर जागरूक भी किया. साथ ही ग्रामीणों में बच्चों को रोज शाला भेजने और बालक-बालिका को समान रूप से शिक्षित करने के लिए प्रेरणा जगाई. इसके बाद युवाओं ने बच्चों को शिक्षण सामग्री, मिठाई, नमकीन, पटाखे, खेल सामग्री, चॉकलेट, बिस्किट, मिट्टी के दीपक आदि वितरित किए.