खरगोन। जिले भर में लगातार हो रही बारिश कहर बरपा रही है, जिसके चलते बड़वाह नगर पालिका में इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर बांध के सभी गेट खोल दिए गए. यहीं वजह है कि 29 अगस्त यानी शनिवार रात इंदौर-इच्छापुर हाइवे पर बना नर्मदा पुल डूब गया, इस नजारे को देखने के लिए रविवार सुबह से लेकर शाम तक निमाड़ सहित मालवा के हजारों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी.
बारिश की वजह से इंदिरा सागर बांध और ओंकारेश्वर डेम के गेट खोलने से बढ़ते जलस्तर ने बड़वाह नर्मदा पुल को अपनी चपेट में ले लिया, जिससे पुल के ऊपर से करीब 3 फिट पानी बह रहा है. स्थानीय निवासी सुधीर सेंगर ने बताया कि वर्ष 1994-2003 और 2013 के बाद इस साल ऐसे हालात बने हैं जब नर्मदा नदी को देखने के लिए एक्वाडक्ट पुल, रेलवे पुल सहित रोड पर हजारों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी.
चार माह से चल रहे कोरोना संक्रमण से लोग काफी परेशान हैं, लेकिन फिर भी नर्मदा नदी के उफान को देखकर लोगों ने खुशी जाहिर की. झांसी से परिवार के साथ आए संजय सिंह परिहार ने पहली बार इस विहंगम दृश्य को देखा है.
शनिवार रात से नर्मदा के उफान पर आने के बाद अभी भी स्थिति जस की तस बनी हुई है. यहां नर्मदा नदी खतरे के निशान से करीब 5 मीटर ऊपर बह रही है. हालांकि एहतियात के तौर पर एसडीएम मिलिंद ढोके, एसडीओपी शैलेंद्र श्रीवास्तव, तहसीलदार विवेक सोनकर, टीआई संजय द्विवेदी सहित पूरा प्रशासनिक अमला मुस्तैदी के साथ ड्यूटी पर तैनात है. रास्तों पर बेरिकेट्स लगाकर एहतियात के तौर पर उन्हें बंद किया गया है. अलग-अलग पाईंट पर पुलिस जवान लगाए गए हैं, ताकि इमरजेंसी से निपटा जा सके.