खरगोन। जिले के कुंदा तट स्थित नवग्रह मंदिर में कई तरह के आयोजन हुए, जिसमें प्रदेश भर से आए श्रद्धालुओं ने नवग्रह के दर्शन कर अनुष्ठानों में शामिल होकर पुण्य का लाभ लिया. वहीं श्रद्धालुओं ने बताया कि मकर संक्रांति का अर्थ होता है संस्कारों की क्रांति. घर परिवारों के अपने संस्कार होते हैं, वे संस्कार आज से ही बच्चों में डाले जाते हैं. इसमे गुड़ और तिल का अपना महत्व होता है. गुड़ और तिल के लड्डू स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते हैं और ठंड के मौसम से बचने के लिए शक्ति देते हैं.
वहीं मकर संक्रांति का पौराणिक महत्व भी है. ये नवग्रह मंदिर प्रदेश के प्राचीन मंदिरों में से एक है. यहां आकर आत्मिक शांति के साथ दान-पुण्य मिल जाता है. मंदिर के पंडित लोकेश जागीरदार ने बताया कि मकर संक्रांति में दान-पुण्य का विशेष महत्व है, जिसमें लाल कपड़ा, तांबे के बर्तन और लाल वस्त्र दान किए जाते हैं, इससे नवग्रह शांत होते हैं और सुख-समृद्धि मिलती है.