खरगोन। जिले में अवैध रेत खनन को रोकने के लिए जिम्मेदार अधिकारी कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं. आए दिन अवैध रेत का परिवहन करने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है, उसके बावजूद भी फर्जी रॉयल्टी बनाकर अवैध रेत परिवहन किया जा रहा है.
फर्जी रॉयल्टी पर हो रहा है रेत परिवहन
रेत खनन एवं भंडारण के सबसे बड़े क्षेत्र सुलगांव, जलूद और जलकोटी प्रशासन और खनिज विभाग की कार्रवाई से बचा हुआ है. तीनों जगहों पर बात करने पर जिम्मेदार अधिकारी गोलमोल जवाब देकर बचने की कोशिश करते हैं.
सुलगांव से मां नर्मदा ग्रुप के नाम से जारी फर्जी रॉयल्टी की रसीद पर रेत का परिवहन हो रहा है. इस तरह फर्जी रॉयल्टी वसूली से खनिज विभाग को करोड़ों के राजस्व का नुकसान हो रहा है, जबकि रेत का परिवहन करने वाले ट्रैक्टरों और डम्पर को रसीद किलोमीटर का उल्लेख कर दिया जाता है.
जाम घाट रोड से भी हो रहा है अवैध परिवहन
मण्डलेश्वर से जाम घाट होते हुए इंदौर की तरफ रेत का वैध परिवहन डंपरों की मदद से हो रहा है. सभी परिवहन बिना रॉयल्टी के हो रहा है. एसडीएम आनंद सिंह राजावत ने बताया कि कार्रवाई लगातार जारी है. अवैध रेत खनन को लेकर 7 ट्रैक्टर और 1 डम्पर पर कार्रवाई की गई है. फर्जी रॉयल्टी की सूचना भी मिली है, जिस पर जल्द कार्रवाई की जाएगी.
जिला खनिज अधिकारी ज्ञानेश्वर तिवारी ने बताया कि अवैध रेत खनन को लेकर शिकायत मिली है. टीम का गठन कर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी.