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फर्जी रॉयल्टी के जरिए अवैध रेत का परिवहन, राजस्व विभाग को लगाया जा रहा करोड़ों का चूना - एसडीएम आनंद सिंह राजावत

खरगोन में खननकर्ता फर्जी रॉयल्टी के जरिए अवैध रेत का परिवहन कर रहे हैं. इसके कारण राजस्व विभाग को करोड़ों रुपए के राजस्व का चूना लग रहा है.

फर्जी रॉयल्टी के जरिए अवैध रेत का परिवहन
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Published : Nov 23, 2019, 12:50 PM IST

Updated : Nov 23, 2019, 1:23 PM IST

खरगोन। जिले में अवैध रेत खनन को रोकने के लिए जिम्मेदार अधिकारी कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं. आए दिन अवैध रेत का परिवहन करने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है, उसके बावजूद भी फर्जी रॉयल्टी बनाकर अवैध रेत परिवहन किया जा रहा है.

फर्जी रॉयल्टी के जरिए अवैध रेत का परिवहन

फर्जी रॉयल्टी पर हो रहा है रेत परिवहन

रेत खनन एवं भंडारण के सबसे बड़े क्षेत्र सुलगांव, जलूद और जलकोटी प्रशासन और खनिज विभाग की कार्रवाई से बचा हुआ है. तीनों जगहों पर बात करने पर जिम्मेदार अधिकारी गोलमोल जवाब देकर बचने की कोशिश करते हैं.

सुलगांव से मां नर्मदा ग्रुप के नाम से जारी फर्जी रॉयल्टी की रसीद पर रेत का परिवहन हो रहा है. इस तरह फर्जी रॉयल्टी वसूली से खनिज विभाग को करोड़ों के राजस्व का नुकसान हो रहा है, जबकि रेत का परिवहन करने वाले ट्रैक्टरों और डम्पर को रसीद किलोमीटर का उल्लेख कर दिया जाता है.

जाम घाट रोड से भी हो रहा है अवैध परिवहन

मण्डलेश्वर से जाम घाट होते हुए इंदौर की तरफ रेत का वैध परिवहन डंपरों की मदद से हो रहा है. सभी परिवहन बिना रॉयल्टी के हो रहा है. एसडीएम आनंद सिंह राजावत ने बताया कि कार्रवाई लगातार जारी है. अवैध रेत खनन को लेकर 7 ट्रैक्टर और 1 डम्पर पर कार्रवाई की गई है. फर्जी रॉयल्टी की सूचना भी मिली है, जिस पर जल्द कार्रवाई की जाएगी.

जिला खनिज अधिकारी ज्ञानेश्वर तिवारी ने बताया कि अवैध रेत खनन को लेकर शिकायत मिली है. टीम का गठन कर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी.

खरगोन। जिले में अवैध रेत खनन को रोकने के लिए जिम्मेदार अधिकारी कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं. आए दिन अवैध रेत का परिवहन करने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है, उसके बावजूद भी फर्जी रॉयल्टी बनाकर अवैध रेत परिवहन किया जा रहा है.

फर्जी रॉयल्टी के जरिए अवैध रेत का परिवहन

फर्जी रॉयल्टी पर हो रहा है रेत परिवहन

रेत खनन एवं भंडारण के सबसे बड़े क्षेत्र सुलगांव, जलूद और जलकोटी प्रशासन और खनिज विभाग की कार्रवाई से बचा हुआ है. तीनों जगहों पर बात करने पर जिम्मेदार अधिकारी गोलमोल जवाब देकर बचने की कोशिश करते हैं.

सुलगांव से मां नर्मदा ग्रुप के नाम से जारी फर्जी रॉयल्टी की रसीद पर रेत का परिवहन हो रहा है. इस तरह फर्जी रॉयल्टी वसूली से खनिज विभाग को करोड़ों के राजस्व का नुकसान हो रहा है, जबकि रेत का परिवहन करने वाले ट्रैक्टरों और डम्पर को रसीद किलोमीटर का उल्लेख कर दिया जाता है.

जाम घाट रोड से भी हो रहा है अवैध परिवहन

मण्डलेश्वर से जाम घाट होते हुए इंदौर की तरफ रेत का वैध परिवहन डंपरों की मदद से हो रहा है. सभी परिवहन बिना रॉयल्टी के हो रहा है. एसडीएम आनंद सिंह राजावत ने बताया कि कार्रवाई लगातार जारी है. अवैध रेत खनन को लेकर 7 ट्रैक्टर और 1 डम्पर पर कार्रवाई की गई है. फर्जी रॉयल्टी की सूचना भी मिली है, जिस पर जल्द कार्रवाई की जाएगी.

जिला खनिज अधिकारी ज्ञानेश्वर तिवारी ने बताया कि अवैध रेत खनन को लेकर शिकायत मिली है. टीम का गठन कर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी.

Intro:

महेश्वर/मण्डलेश्वर: अवैध रेत खनन पर जिम्मेदार अधिकारी ही अपनी पूर्व की कार्यवाही ही करते नजर आए। हमेशा की तरह रटा रटाया जवाब मिलता कि हमने योजना बना ली है जल्द ही दबिश देकर बड़ी कार्यवाही को अंजाम दिया जाएगा। जबकि खबरो के प्रकाशित होने के बाद रेत का परिवहन कर रहे ट्रेक्टर एवं डेम्पर पर दंडात्मक कार्यवाही ही की जाती जो कि पहले से जारी थी।

सुलगांव, जलकोटी अभी भी कार्यवाही से बचे-
रेत खनन एवं भंडारण के सबसे बड़े क्षेत्र सुलगांव और जलकोटी खनिज विभाग या स्थानीय प्रशासन की कार्यवाही से क्यो बचे हुए है यह बात समझ से परे है। उक्त दोनों स्थानों के संदर्भ में जिम्मेदार अधिकारियों से चर्चा करने पर गोलमोल जवाब ही मिलता है।

जाम घाट रोड से भी हो रहा है अवैध परिवहन-
मण्डलेश्वर से जाम घाट होते हुए इंदौर की तरफ रेत का वैध परिवहन डंपरों के माध्यम से हो रहा है। यहां की खदानों से रेत भरकर ले जाने वाले डेम्पर वहां से गिट्टी भर कर उसी रास्ते से वापस आ रहे है। उक्त सभी परिवहन भी बिना रॉयल्टी से हो रहा है।


Body:अवैध भंडारण पर कोई कार्यवाही नही
सुलगांव, जलूद एवं जलकोटी तीनो स्थानों पर अवैध रेत के भंडारण मौजूद है। पर प्रशासन या खनिज विभाग की तरफ से कोई कार्यवाही नही की जा रही है। उक्त कार्यवाही को नही करने के एवज में स्थानीय प्रशासन एवं खनिज विभाग के क्रियाकलाप शक के दायरे में आ रहे है।

फर्जी रॉयल्टी पर हो रहा है रेत परिवहन
सुलगांव से माँ नर्मदा ग्रुप के नाम से जारी फर्जी रॉयल्टी की रसीद पर रेत का परिवहन हो रहा है। इस तरह फर्जी रॉयल्टी वसूली से खनिज विभाग को करोड़ो के राजस्व का नुकसान हो रहा है। जबकि रेत का परिवहन करने वाले ट्रैक्टरों एवं डेम्पर को उक्त रसीद किलोमीटर का उल्लेख कर दी जाती है। जिसमे परिवहनकर्ता को यह बताया जाता है कि यह रॉयल्टी की रसीद है इतने किलोमीटर के दायरे में तुम्हे कोई नही रोकेगा। इसका मतलब कही न कही प्रशासन भी इस फर्जी रॉयल्टी के खेल अपनी हिस्सेदारी निभा रहा है।
Conclusion:आनंद सिंह राजावत (एसडीएम): हमारी कार्यवाही निरंतर जारी है। बुधवार को ही अवैध रेत परिवहन करते 7 ट्रेक्टर एवं 1 डेम्पर को पकड़कर दंडात्मक कार्यवाही की है। फर्जी रॉयल्टी की सूचना हमे भी मिली है। इस पर भी कार्यवाही की जाएगी।

ज्ञानेश्वर तिवारी (जिला खनिज अधिकारी): अवैध रेत खनन को लेकर शिकायते मिली है। हम टीम का गठन कर जल्द ही कार्यवाही करेंगे
Last Updated : Nov 23, 2019, 1:23 PM IST
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