खरगोन। भगवान श्रीराम के 14 वर्षों के वनवास के बाद जो माहौल अयोध्या में निर्मित हुआ था, वही माहौल आज खरगोन जिले के मण्डलेश्वर नगर में भगवान श्रीराम के विग्रहों की शोभायात्रा में देखने को मिला. इस यात्रा मार्ग पर पुष्पों के द्वारा भगवान का स्वागत किया गया. तीन सदी से ज्यादा पुराने जूना श्रीराम मंदिर में 4 दिवसीय कार्यक्रम के आयोजन की शुरुआत की गई. रविवार के पूर्व प्रस्तावित शोभायात्रा और कलश यात्रा में नगर के लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया.
भगवा ध्वज एवं संत समाज के नेतृत्व में निकली शोभा यात्रा
स्वामी कृष्णदास, संतोषदास, लक्ष्मणदास, अच्युतानंद और हृदयगिरी सहित अन्य संत समाज के मार्गदर्शन में भगवा ध्वज शोभायात्रा का आयोजन किया गया. इस शोभा यात्रा में छोटी छोटी बालिकाओं ने अपने सिर पर कलश धारण कर यात्रा को दिशा प्रदान की. वही इस यात्रा में भगवा ध्वज, संत समाज और बालिकाओं के पीछे माहिलाएं हर्षोंल्लास के साथ शामिल हुई.
श्रीराम शबरी मिलन एवं राम-भरत मिलाप रहा आकर्षण का केंद्र
भगवान श्रीराम दरबार के विग्रहों को जूना श्रीराम मंदिर परिसर से पुष्पों से सुसज्जित पालकी में बिठाकर राम घाट के ऊपरी हिस्से पर लाया गया, जहां केवट समाज के श्याम केवट, गोपाल केवट सहित अन्य ने भगवान श्रीराम के चरण पखारे. इस शोभायात्रा के अगले पड़ाव में बस स्टैंड पर वनवासी महिलाओं के द्वारा लाए गए मीठे बेर का भोग भगवान श्रीराम को लगाया गया, जो कि श्रीराम- शबरी मिलन का सूचक रहा. मुख्य बाजार के नरसिंह मंदिर में भरत मिलाप का आयोजन हुआ.
नगर में हुआ भगवान का भव्य स्वागत
इस शोभा यात्रा के दौरान क्षेत्रीय विधायक और कैबिनेट मंत्री डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ के निवास पर देवेंद्र साधौ के नेतृत्व में कई जगह शोभायात्रा का भव्य पुष्प वर्षा के साथ स्वागत किया गया. शोभायात्रा में शामिल श्रद्धालुओं के लिए तमाम संगठनों ने जलपान की व्यवस्था की.