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भूतपूर्व PM इंदिरा गांधी के निजी सचिव रहने का दावा करने वाले शख्स ने किया जमकर हंगामा

खुद को भूतपूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का निजी सचिव बताने वाले एक संत ने कलेक्ट्रेट में हंगामा किया. संत ने तत्कालीन कलेक्टर केदार शर्मा और नवनीत मोहन कोठारी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं.

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Published : May 4, 2019, 3:23 PM IST

संत ने कलेक्ट्रेट में मचाया हड़कंप

खरगोन। खुद को भूतपूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का निजी सचिव बताने वाले एक संत ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर हाई वोल्टेज ड्रामा किया. संत ने तत्कालीन कलेक्टर केदार शर्मा और नवनीत मोहन कोठारी पर जमीन पर पाटीदारों को कब्जा देने और उन्हें जान से मारने की कोशिश करने का आरोप लगाया है.

संत ने कलेक्ट्रेट में मचाया हड़कंप

संत राजकिशोर वाजपेयी कलेक्टर से मिलने कलेक्ट्रेट पहुंचे थे. जब उन्हें रोका गया तो उन्होंने वहां जोर-जोर से चिल्लाना शुरू कर दिया. वे बार-बार कलेक्टर से मिलने की जिद कर रहे थे. उन्होंने अपने थैले से पैसे निकाले और वहां ड्रामा शुरू कर दिया. उनका कहना था कि यहां पैसों के बिना कोई काम नहीं होता है. संत के इस ड्रामे को देखने के लिए कलेक्ट्रेट में मौजूद लोगों की भीड़ लग गई.

राजकिशोर वाजपेयी ने बताया कि तत्कालीन कलेक्टर केदार शर्मा और नवनीत मोहन कोठारी ने नर्मदा किनारे के कसरावद ओर मण्डलेश्वर को जोड़ने वाले पुल के श्मशान मार्कटी घाट के पास की जमीन को पाटीदारों के कब्जे में दे दिया है. साथ ही संत ने तत्कालीन कलेक्टर पर उनकी हत्या की साजिश करने का आरोप भी लगाया है.

खरगोन। खुद को भूतपूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का निजी सचिव बताने वाले एक संत ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर हाई वोल्टेज ड्रामा किया. संत ने तत्कालीन कलेक्टर केदार शर्मा और नवनीत मोहन कोठारी पर जमीन पर पाटीदारों को कब्जा देने और उन्हें जान से मारने की कोशिश करने का आरोप लगाया है.

संत ने कलेक्ट्रेट में मचाया हड़कंप

संत राजकिशोर वाजपेयी कलेक्टर से मिलने कलेक्ट्रेट पहुंचे थे. जब उन्हें रोका गया तो उन्होंने वहां जोर-जोर से चिल्लाना शुरू कर दिया. वे बार-बार कलेक्टर से मिलने की जिद कर रहे थे. उन्होंने अपने थैले से पैसे निकाले और वहां ड्रामा शुरू कर दिया. उनका कहना था कि यहां पैसों के बिना कोई काम नहीं होता है. संत के इस ड्रामे को देखने के लिए कलेक्ट्रेट में मौजूद लोगों की भीड़ लग गई.

राजकिशोर वाजपेयी ने बताया कि तत्कालीन कलेक्टर केदार शर्मा और नवनीत मोहन कोठारी ने नर्मदा किनारे के कसरावद ओर मण्डलेश्वर को जोड़ने वाले पुल के श्मशान मार्कटी घाट के पास की जमीन को पाटीदारों के कब्जे में दे दिया है. साथ ही संत ने तत्कालीन कलेक्टर पर उनकी हत्या की साजिश करने का आरोप भी लगाया है.

Intro:

खरगोन सन्त ने खुलेआम उड़ाई नियमो की धज्जियां
एंकर
खरगोन जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय में एक सन्त द्वारा हाई प्रो फ़ाइल ड्रामा किया। यह सन्त आपने आप को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का निजी सचिव बताते हुए पूर्व कलेक्टर केदार शर्मा और नवनीत मोहन कोठारी पर जमीन पर पाटीदारों को कब्जा करवाने का आरोप लगाया है।



Body:आचार संहिता के लगने के बाद भी खरगोन कलेक्टर के सन्त्री को एक संत के कोप का भाजन इसलिए बनना पड़ा क्यो की वह अपनी ड्यूटी करते हुए कलेक्टर कोर्ट में जाने से रोकते हुए कहा कि साहब नही है। इस सन्त अपने झोले से रुपए निकल कर हाई प्रो फ़ाइल ड्रामा कर डाला। सन्त का कहना था कि आज प्रजा तंत्र है भीड़ तंत्र नही है। बिना पैसे का कोई काम नही होता है। यह संत अपने आपको पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का निज सचिव बताया और आज सन्त काशीथानन्द बताया कि तात्कालिक कलेक्टर केदार शर्मा और नवनीत मोहन कोठारी पर नर्मदा किनारे के कसरावद ओर मण्डलेश्वर को जोड़ने वाले पुल के श्मशान मार्कटी घाट के के पास की जमीन को पाटीदारों को कब्जा करने के आरोप लगाए है। इस को लेकर कोई अधिकारी किसी भी तरह की बात करने को तैयार नही है।
बाइट- राजकिशोर वाजपेयी / काशिनाथानन्द



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