खरगोन। जिले में आज का दिन सिध्दनाथ भक्तों के नाम रहेगा. नगर भ्रमण के लिए निकलने वाले शिवडोले का शहरवासी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. यह शिवडोला प्रदेश के कुल पांच विशेष शिवडोलों में शामिल है. इस भव्य शिवडोले को 3.52 किलोमीटर की यात्रा पूरा करने में 15 घंटे का समय लगता है.
शिवडोले में पांच प्रदेशों के करतब दिखाने वाले कलाकार और 35 से ज्यादा झांकिया हैं. इसमें लाखों लोग शामिल होंगे. वही शिवडोले के साथ-साथ चलने वाले श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग स्टॉल्स पर जलपान की व्यवस्था की गई है.
सिद्धनाथ महादेव मंदिर के पीछे है रोचक कहानी
सिद्धनाथ महादेव मंदिर की कहानी काफी रोचक है. मंदिर के इतिहास के बारे में नौवीं पीढ़ी के वंशज अशोक मल्लीवाल बताते हैं कि मंदिर का निर्माण 1707 में उनके पिता और माता जानकी के बेटे यानि भगवान शिव के भाई शम्भूदयाल ने करवाया था. सिद्धनाथ महादेवजी ने माता जानकी के गर्भ में 9 महीने रहकर नाग रूप में जन्म लिया था. मंदिर में बना शिवलिंग नाग देवता की समाधि पर स्थापित है.