खरगोन। ईटीवी भारत हमेशा जनता की आवाज उठाता रहा है, ऐसे ही जनता की आवाज बनकर शहर की जीवनदायिनी कुंदा नदी की सफाई अभियान को लेकर ईटीवी भारत ने खबर दिखाई थी, जिस पर एनजीटी के अधिकारियों ने संज्ञान में लेकर नदी का सौंदर्यीकरण कराने के निर्देश दिए हैं.
खरगोन की जीवनदायिनी कुंदा नदी को लेकर ईटीवी समय-समय पर जिम्मेदारों को जगाता रहा है. छह माह पहले ईटीवी भारत ने 'बदहाली पर आंसू बहाती कुंदा' हेडलाइन से खबर प्रकाशित की थी, जिस पर हाल ही में एनजीटी के अधिकारियों ने कुन्दा नदी के सौंदर्यीकरण के लिए अधिकारियों निर्देश दिए हैं.
कुंदा सौंदर्यीकरण प्रभारी सरजू सांगले ने बताया कि कुंदा नदी के सौंदर्यीकरण के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण भी करना है, जिसके लिए एनजीटी ने बीते दिनों हुई मीटिंग के दौरान पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने कलेक्टर गोपाल चंद्र डाड को निर्देशित किया था. इसके मुताबिक शहर के मुख्य नालों के पानी का ट्रीटमेंट कर उस पानी का उपयोग डिवाइडरों पर लगे पौधों और खेतों में सिंचाई के उपयोग में लाया जाएगा, जिसके लिए ट्रीटमेंट प्लांट बनकर तैयार हो चुका है.
अधिकारी ने बताया कि शहर के नालों का पानी सीधे कुंदा नदी में न मिलते हुए पाइप के माध्यम से कुंदा तट स्थित ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुंचेगा. वहीं पर्यावरण के सुधारों के लिए कलेक्टर ने वन विभाग को कुंदा नदी के दोनों किनारों पर 150 पौधे लगाने के निर्देश दिए हैं.