खरगोन। खरगोन में बीते दो वर्षों से कोरोना से लगे लॉकडाउन के बाद इस वर्ष सांप्रदायिक हिंसा से लगे कर्फ्यू के कारण इस बार भी खरगोन की ईद फीकी रहेगी. पिछले दो सालों से मुस्लिम समुदाय ईद नहीं मना पा रहा था, वहीं इस बार भी ईद की नमाज और ईद का पर्व नहीं मन पाएगा. फिलहाल ईद की तैयारियों को लेकर मुस्लिम समुदाय निराश नजर आ रहा है. (Eid 2022 not celebrate in khargone)(Ram navami Violence khargone) (khargone violence update)
कर्फ्यू ने तोड़ी कमर: आगामी ईद को लेकर सलमा ने बताया कि पहले ईद पर सिवैया बनाते थे, परंतु बीते दो वर्षो से कोरोना और इस वर्ष कर्फ्यू के कारण गरीब लोगों का धंधा ठप पड़ा है. काम नहीं मिलने के कारण आर्थिक रूप से कमर टूट चुकी है, एसे में क्या ईद मनाए.
60 से 70 फीसदी टूटा व्यापार: एक अन्य व्यवसाई कासिम ने बताया कि कोरोना काल के बाद इस वर्ष अच्छे व्यापार की उम्मीद थी, लेकिन कर्फ्यू के कारण 60 से 70 फीसदी व्यापार टूट गया है. कर्फ्यू में छूट का स्माय कम है, लोग आ नहीं पाते. फिर भी जब कर्फ्यू में छूट मिल रही है, उसका लाभ उठा रहे हैं.
यह है पूरा मामला: राम नवमी के अवसर पर चल समारोह में समुदाय विशेष के लोगों ने पथराव कर दिया था, जिससे वहां भगदड़ मच गई थी. दोनों पक्षों का गुस्सा बढ़ा तो, विवाद ने हिंसक रूप ले लिया. पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा. हिंसा के दौरान कुछ लोगों ने पेट्रोल बम भी फेंके थे. इस पूरे घटनाक्रम में आम जनता समेत 20 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. मामले में सरकार ने कड़ा एक्शन लिया है और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई जारी है. वहीं, सरकार के आदेश पर आरोपियों के मकानों को जमींदोज कर दिया गया.