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कोरोना काल में महिला प्रशिक्षक ने समझी अपनी जिम्मेदारी, पेश की मिसाल

खरगोन जिले में कोरोना पीड़ित मरीज के परिवारजन सैंपल देने से मना कर रहे थे, लेकिन खंड विस्तार प्रशिक्षक के अथक प्रयास और समझाइश के बाद कोरोना जांच के लिए सैंपल लिए गए, जिसके बाद कुल 2 सदस्यों की रिपोर्ट पॉजिटिव प्राप्त हुई. हालांकि निरंतर इलाज और देख-रेख के बीच अब वह स्वस्थ होकर वापस घर लौट चुके हैं.

khargone
पेश की मिसाल
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Published : Aug 8, 2020, 5:14 PM IST

Updated : Aug 8, 2020, 6:01 PM IST

खरगोन। कर्मचारियों के कार्य के प्रति लापरवाही के मामले तो अक्सर सामने आते रहते हैं, लेकिन अपनी जिम्मेदारी को ईमादारी से निभाने की बात कम की सामने आती है. ऐसा ही कुछ जिले के कसरावद क्षेत्र में हुआ, जहां खंड विस्तार प्रशिक्षक उमा यादव 14 जुलाई 2020 को 'दस्तक' अभियान के तहत निरीक्षण करने के लिए स्थल पर पहुंची. यहां उन्हें एएनएम कल्पना लोले और सुपरवाईजर मनोज पाटीदार ने समस्या बताई.

दरअसल, कसरावद के वार्ड क्रमांक-10 में एक युवक की पॉजिटिव रिपोर्ट प्राप्त हुई थी, लेकिन पूरा परिवार संपर्क में आने के बाद भी सैंपल देने से मना कर रहा था. इसके बाद संपूर्ण जानकारी बीएमओ राकेश पाटीदार, तहसीलदार राहुल सोलंकी, थाना प्रभारी माधवसिंह ठाकुर, जनपद पंचायत सीईओ मोहन वास्कले को दी गई. हालांकि इसके बावजूद भी कोई हल नहीं निकला.

एक को होगा, तो अनेक को होगा

कोरोना संक्रमित मरीज के परिवार वालों ने किसी से भी बात करने के लिए मना कर दिया था, लेकिन खंड विस्तार प्रशिक्षक ने आखरी प्रयास करते हुए कोरोना के बारे में विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने कहा कि 'एक को होगा, तो अनेक को होगा.' पहले अपने परिवार फिर समुदाय और मोहल्ले और उसके बाद कसरावद क्षेत्र में फैल जायेगा. क्षेत्र में दिनों-दिन कोरोना मरीज बढ़ते जा रहे हैं. अब ऐसे में जांच के लिए सैंपल नहीं दिए गए, तो आस-पास के लोगों के मन में छवि अच्छी नहीं जाएगी.

उन्होंने कहा कि कोरोना से सभी को मिलकर लड़ना है. हालांकि यह बीमारी इतनी भी गंभीर नहीं है कि जान ले सकें. बस दूरी बनाकर रहना है. यहीं सबके लिए ठीक होगा. इस समझाइश के बाद संक्रमित मरीज के परिवारजनों सहित आसपास के 7 संदिग्ध लोगों के सैंपल लिए गए, जिसके बाद परिवार के दो सदस्यों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई. इसके बाद उन्हें इलाज के लिए महेश्वर के कोविड केयर सेंटर में भर्ती कराया गया, जो स्वस्थ्य होकर वापस अपने घर लौट चुके है.

खरगोन। कर्मचारियों के कार्य के प्रति लापरवाही के मामले तो अक्सर सामने आते रहते हैं, लेकिन अपनी जिम्मेदारी को ईमादारी से निभाने की बात कम की सामने आती है. ऐसा ही कुछ जिले के कसरावद क्षेत्र में हुआ, जहां खंड विस्तार प्रशिक्षक उमा यादव 14 जुलाई 2020 को 'दस्तक' अभियान के तहत निरीक्षण करने के लिए स्थल पर पहुंची. यहां उन्हें एएनएम कल्पना लोले और सुपरवाईजर मनोज पाटीदार ने समस्या बताई.

दरअसल, कसरावद के वार्ड क्रमांक-10 में एक युवक की पॉजिटिव रिपोर्ट प्राप्त हुई थी, लेकिन पूरा परिवार संपर्क में आने के बाद भी सैंपल देने से मना कर रहा था. इसके बाद संपूर्ण जानकारी बीएमओ राकेश पाटीदार, तहसीलदार राहुल सोलंकी, थाना प्रभारी माधवसिंह ठाकुर, जनपद पंचायत सीईओ मोहन वास्कले को दी गई. हालांकि इसके बावजूद भी कोई हल नहीं निकला.

एक को होगा, तो अनेक को होगा

कोरोना संक्रमित मरीज के परिवार वालों ने किसी से भी बात करने के लिए मना कर दिया था, लेकिन खंड विस्तार प्रशिक्षक ने आखरी प्रयास करते हुए कोरोना के बारे में विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने कहा कि 'एक को होगा, तो अनेक को होगा.' पहले अपने परिवार फिर समुदाय और मोहल्ले और उसके बाद कसरावद क्षेत्र में फैल जायेगा. क्षेत्र में दिनों-दिन कोरोना मरीज बढ़ते जा रहे हैं. अब ऐसे में जांच के लिए सैंपल नहीं दिए गए, तो आस-पास के लोगों के मन में छवि अच्छी नहीं जाएगी.

उन्होंने कहा कि कोरोना से सभी को मिलकर लड़ना है. हालांकि यह बीमारी इतनी भी गंभीर नहीं है कि जान ले सकें. बस दूरी बनाकर रहना है. यहीं सबके लिए ठीक होगा. इस समझाइश के बाद संक्रमित मरीज के परिवारजनों सहित आसपास के 7 संदिग्ध लोगों के सैंपल लिए गए, जिसके बाद परिवार के दो सदस्यों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई. इसके बाद उन्हें इलाज के लिए महेश्वर के कोविड केयर सेंटर में भर्ती कराया गया, जो स्वस्थ्य होकर वापस अपने घर लौट चुके है.

Last Updated : Aug 8, 2020, 6:01 PM IST
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