खरगोन। आज के दिन मंदसौर में प्रदेश को कलंकित करने वाली घटना हुई थी. किसानों पर पुलिस ने गोली चलाई थी. इस गोलीकांड मे कई किसानों की मौत हो गई थी. भारतीय किसान मजदूर संघ ने जिले में मंदसौर कांड की बरसी मनाई. इस दौरान सभी किसानों ने गोलीकांड में शहीद हुए किसानों को श्रद्धांजलि अर्पित की. इसके बाद कलेक्ट्रेट पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा.
भारतीय किसान मजदूर संघ के जिलाध्यक्ष ने कहा कि, गेहूं की खरीदी उत्पादन के हिसाब से बड़े पैमाने पर नहीं हुई है. जिन किसानों का गेहूं खरीदा गया है, उन्हें अब तक भुगतान नहीं किया गया है. उन्होंने मांग की है कि, किसानों का दो लाख तक कर्जमाफी की जाए. साथ ही किसानों को उनकी फसल का पूरा दाम दिया जाए. उन्होंने बताया कि, लॉकडाउन में किसानों का मक्का सात सौ से आठ सौ रुपए प्रति क्विंटल बिका है. जबकि गेहूं 12 सौ से 13 सौ रुपये प्रति क्विंटल की दर पर बिका है. जिससे किसान बेहद परेशान हैं. किसान पिछले 70 साल से त्रासदी झेल रहा है. लेकिन सरकार 60 दिन भी इस त्रासदी को झेल नहीं पाई. कोरोना काल ने दिखा दिया है कि, देश किसानों के दम पर ही चल रहा है.
भारतीय किसान मजदूर संघ की प्रमुख मांगे
- वर्ष 2018 की मक्का और सोयाबीन का भावान्तर राशि 500 रुपए प्रति क्विंटल दिया जाए.
- वर्ष 2019 के गेहूं खरीदी का बोनस 216 रुपए प्रति क्विंटल दिया जाए.
- किसानों का गेहूं समर्थन मूल्य पर पूरे साल खरीदा जाए.
- महंगाई को देखते हुए दूध उत्पादकों को 5 रुपए प्रति लीटर की सहायता दी जाए.
- फसल बिकने पर होने वाली सीधी ऋण वसूली पर रोक लगाई जाए.
- वर्ष 2019 में अतिवृष्टि से बर्बाद हुई फसल का 75 प्रतिशत मुआवजा राशि बाकी है, उसे तुरंत दिया जाए.