खंडवा| जिले के बाल संप्रेक्षण गृह में दो बच्चों में जमकर मारपीट हुई, जिसके बाद एक बच्चे ने दम तोड़ दिया. वहीं दूसरा नाबालिग गंभीर रूप से घायल है. जिसका इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है. बताया जा रहा है कि मृतक बच्चा हरदा का रहने वाला था और मोटरसाइकिल चोरी के मामले में 2 माह पहले ही उसे खंडवा के बाल सुधार गृह में भेजा गया था. कलेक्टर ने इस मामले में मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए हैं.
खंडवा के होशंगाबाद रोड स्थित बाल संप्रेक्षण गृह में 22 बच्चे रहते हैं. मंगलवार सुबह दो बच्चों के बीच आपस में विवाद हुआ था. बताया जा रहा है कि विवाद टीवी देखने को लेकर हुआ था. बाद में दोनों के बीच मारपीट हो गई. जिसमें गंभीर रूप से घायल एक बच्चे ने दम तोड़ दिया, वहीं दूसरे घायल बच्चे का इलाज जारी है. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रकाश परिहार ने कहा कि पेट में चोट लगने की वजह से बच्चा उल्टी करने लगा, जिससे बाल सुधार गृह के चौकीदार ने तुरंत उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां उसकी मौत हो गई. मारने वाला बच्चा भी नाबालिग है और खंडवा का रहने वाला है. उसे मारपीट के मामले में बाल सुधार गृह में रखा गया था. घटना के बाद उसने स्वयं को भी घायल कर लिया.
मृतक बच्चे के परिजन ने बाल सुधार गृह के स्टाफ पर कई सवाल उठाए हैं. मृतक के भाई का कहना है बच्चों को सुधारने के लिए बाल सुधार गृह भेजा गया था, लेकिन यहां बच्चे आपस में मारपीट कर रहे थे, तब जिम्मेदार अफसर क्या कर रहे थे. बच्चे की मौत होने से पता चलता है कि मामले में स्टाफ कितना लापरवाह है. परिजनों ने बाल सुधार गृह के स्टाफ पर भी हत्या का अपराध दर्ज करने की मांग की है.