खंडवा। जिले के पिपलोद थाना क्षेत्र में दोस्त ने अपने दोस्त की लाठी और पत्थर से हमला कर हत्या कर दी. आरोपी युवक ने दोस्त को फोन कर मिलने के बहाने बुलाया और सिर पर लठ से वार कर दिया, इसके बाद उसने सिर पर पत्थर भी मारे, पुलिस ने हत्या करने वाले आरोपी पीयूष उइके को गिरफ्तार किया, आरोपित का कहना है कि जितेंद्र उसका अच्छा दोस्त था लेकिन परिवार की लड़कियों पर उसकी नजर खराब थी. पुलिस ने आरोपित को रिमांड पर लेकर जांच शुरु कर दी.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सीमा अलावा ने जितेंद्र पटेल हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि जितेंद्र की हत्या आरोपित पीयूष पुत्र सुखलाल उइके ने की, पूछताछ में आरोपित पीयूष ने हत्या करना कबूल किया है. पूछताछ करने पर पीयूष ने बताया कि जितेंद्र उसका अच्छा दोस्त था. इसके चलते उसका घर आना-जाना भी लगा रहता था लेकिन जितेंद्र की नियत खराब थी, वह परिवार के लड़कियों को गलत नजर से देखता था. करीब एक माह पहले उसने जितेंद्र को समझाया भी था लेकिन वह नहीं माना, इसके बाद उसने 21 मार्च को फोन कर उसे खले में बुलाया, यहां लकड़ी से सिर पर वार करने के बाद पत्थर भी मारे, जिससे जितेंद्र की मौत हो गई. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सीमा अलावा ने बताया कि आरोपित पीयूष को कोर्ट पेश कर रिमांड पर लिया गया.
- यह है पूरा मामला
21 मार्च को ग्राम पाडल्या में अरुण पटेल के गोडाउन के पास खले में शाम 7:30 बजे जितेंद्र पटेल खून से लथपथ पड़ा मिला, उसके सिर पर पत्थर और लकड़ी मारने के निशान थे. परिजन उसे गंभीर हालत में जिला अस्पताल लेकर आ रहे थे, इस बीच रास्ते में ही उसकी मौत हो गई, पिपलौद पुलिस ने मर्ग कायम कर मामला जांच में लिया था. वहीं आरोपित पुलिस के हाथ लग गया, पुलिस ने पीयूष पर हत्या का प्रकरण दर्ज किया.
50 हजार के लालच में दोस्त ने ही दोस्त को उतारा था मौत के घाट
- अंधे कत्ल का 24 घंटे में खुलासा
इस मामले को पुलिस ने 24 घंटे के अंदर सुलझा लिया, उप पुलिस अधीक्षक नीलम चौधरी के नेतृत्व में लगे पिपलौद थाना प्रभारी यशवंत सिंह बड़ोले, एसआई अनामिका राजपूत, एएसआई मोरध्वज पांडे, प्रधान आरक्षक हकरिया गणावा सहित अन्य की सराहनीय भूमिका रही.