खंडवा। देश में तीसरे चरण का लॉकडाउन चल रहा है. ऐसे में देशभर के सभी मजदूर अपने-अपने घरों की ओर पैदल लौट रहे हैं. वहीं जिले की तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर में भी फंसे मजदूरों और नर्मदा परिक्रमा करने वाले श्रद्धालुओं की हालत खराब है. लॉकडाउन के चलते मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल से ओंकारेश्वर आए मजदूर पिछले काफी दिनों से यहां फंसे हैं.
इन लोगों के पास अपने घर वापस जाने के लिए पैसे नहीं हैं. ऐसे में ये मजदूर जिला कलेक्टर से घर वापसी की गुहार लगा रहे हैं. लॉकडाउन से पहले कुछ श्रद्धालु भी पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र से नर्मदा नदी की परिक्रमा करने आये थे, जो लॉकडाउन के बाद यहां फंस गए हैं. इनके पास खाने के पैसे नहीं हैं. उनके सामान की चोरी भी हो रही है.
मांधाता थाना क्षेत्र के इनपुन गांव में पश्चिम बंगाल के 9 मजदूर सहित ओंकारेश्वर में फंसे मजदूरों की संख्या 18 है, जिनमें महिला-पुरुष एवं बच्चे शामिल हैं. पैदल नर्मदा परिक्रमा पूर्ण कर चुके 13 परिक्रमावासी भी ओंकारेश्वर में फंसे हैं, जो सोशल मीडिया के माध्यम से खंडवा कलेक्टर से हाथ जोड़कर घर पहुंचाने की गुहार लगा रहे हैं.
2 माह से ओंकारेश्वर में फंसे ये मजदूर और नर्मदा परिक्रमा करने वाले श्रद्धालुओं के पास निजी वाहन किराए से लेने के लिए रुपये नहीं हैं. यह सभी इस आस ओंकारेश्वर में रुके हुए हैं कि, प्रशासन उन्हें भी घर तक पहुंचाने की व्यवस्था करेगा.