खंडवा। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर नारी सशक्तिकरण के कई वादे होते हैं, लेकिन जमीनी हकीकत ये है कि अपने ही बेटियों, महिलाओं को शोषित कर रहे हैं. ऐसा ही कुछ मामला खंडवा के टिगरिया गांव से सामने आया है, जहां दो लाख रुपये में नाबालिग बेटी को उसके ही पिता ने बेच दिया. माता-पिता ने दो दलालों के साथ मिलकर रतलाम के एक युवक के साथ अपनी बेटी का सौदा किया. खरीदार युवक के पिता ने टोकन के 50 हजार रुपये 16 साल की किशोरी के पिता को दे दिए थे. अब पुलिस ने माता, पिता, दलाल और खरीदार पर प्रकरण दर्ज किया है.
शादी के नाम पर बेटी का सौदा!
ग्राम टिगरिया निवासी 16 साल की किशोरी को 2 लाख रुपये में रतलाम के बड़ोदिया निवासी ओमप्रकाश पिता नंदराम को बेच दिया गया था. नाबालिग का शादी के लिए सौदा किया गया था.बेटी को बेचने में संजय नगर निवासी गिरधर लेवारिकर और पूनम जैन निवासी दलोट राजस्थान ने सहयोग किया. बताया जाता है कि नाबालिग की मांं ने आर्थिक तंगी के बारे में बताया तो गिरधर ने बेटी को बेचने की बात कही, जिसपर उसके अभिभावक राजी हो गए. गिरधर और पूनम ने किशोरी के माता-पिता से मिलकर ओमप्रकाश से दो लाख रुपये में उसका सौदा किया था. तय सौदे में से 50 हजार रुपये ओमप्रकाश के पिता नंदराम ने किशोरी के माता-पिता को दिए थे.
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नाबालिग के अभिभावक सहित 6 आरोपी
बता दें कि चाइल्ड हेल्प लाइन 1098 पर किसी ने मामले को लेकर शिकायत की थी. बाद में चाइल्ड लाइन और बाल कल्याण समिति ने इसकी तफ्तीश की तो पूरे मामले का खुलासा हुआ. दलाल गिरधर उर्फ अजय (पिता त्रिलोकचंद लेवारिकर निवासी संजय नगर खंडवा), दलाल पूनम जैन (निवासी दलोट राजस्थान), खरीददार ओमप्रकाश और उसके पिता नंदराम निवासी ग्राम बडोदिया जिला रतलाम है. इस मामले में किशोरी के माता-पिता भी मुख्य आरोपी हैं. कोतवाली थाने में सभी आरोपियों पर धारा 370(4), 370क, 120बी, 34 आईपीसी में प्रकरण दर्ज किया गया है.
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