खंडवा। लोकसभा उपचुनाव (Lok Sabha By-Election) में भाजपा प्रत्याशी ज्ञानेश्वर पाटिल के खिलाफ कांग्रेस ने चुनाव आयोग (Election Commission) में शिकायत दर्ज कराई है. इस शिकायत में कांग्रेस ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार ज्ञानेश्वर पाटिल (BJP candidate Gyaneshwar Patil) सिटीजन नागरिक सहकारी बैंक बुरहानपुर के डिफाल्टर कर्जदार हैं. ज्ञानेश्वर पाटिल ने अपने नामांकन फॉर्म में इस बात का उल्लेख नहीं किया.
साथ ही कांग्रेस ने शिकायत की है कि भाजपा के उम्मीदवार ज्ञानेश्वर पाटिल ने राज्य बुनकर सहकारी संघ के अध्यक्ष रहते हुए अपने पद का दुरुपयोग किया. लगभग 50 करोड़ रुपए के लोन सहकारी नियमों के खिलाफ बुनकर सहकारी समितियों को दिलवाए. जिनकी वसूली नहीं हो पाई. हालांकि भाजपा ने उनके इन आरोप को निराधार बताया है.
पूर्व सांसद नंदकुमार सिंह के साथ मिलकर बनाया दबाव
यह शिकायत कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता लव जोशी ने जिला निर्वाचन अधिकारी के माध्यम से चुनाव आयोग को की है. इसमें उन्होंने कहा कि जब किसी भी संस्था को लोन दिया जाता है, तो उसके बदले में निजी संपत्ति या शासकीय गारंटी जमानत के रूप में बंधक बनाई जाती हैं, जिसका पालन नहीं किया गया. ज्ञानेश्वर पाटिल ने पूर्व सांसद नंदकुमार सिंह चौहान के साथ मिलकर अधिकारियों पर दबाव बनाते हुए यह लोन दिलवाए, जिसकी वसूली नहीं हो पाई.
नामांकन में प्रत्याशी ने नहीं किया उल्लेख
अपनी शिकायत में कांग्रेस कार्यकर्ता ने कहा कि 2004 से 2018 तक ऐसे लगभग 50 करोड़ रुपए के ऋण है, जो पिछले 12 वर्षों में नियम विरुद्ध इन बुनकर सहकारी समितियों को दिलवाया गए थे. इस बारे में अपेक्स बैंक की ओर से जांच भी की गई, जिसे दबा दिया गया. भाजपा के उम्मीदवार ज्ञानेश्वर पाटिल ने चुनाव नामांकन पत्र में भी इस बात का उल्लेख नहीं किया है.
शिकायतकर्ता ने चुनाव आयोग से मांग की है कि भाजपा के उम्मीदवार ज्ञानेश्वर पाटिल का नामांकन पत्र निरस्त किया जाए. शिकायतकर्ता ने खंडवा और खरगोन के जिला सहकारी बैंक के सीईओ को भी हटाने की मांग की है.
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कांग्रेस ने दुष्प्रचार करने के लिए लगाया आरोप
बीजेपी के वरिष्ठ नेता राजेश डोंगरे ने कहा कि प्रत्याशी पर कोई अपराधिक रिकोर्ड नहीं है. नामांकन में पुछा जाता है कि कोई अपराधिक प्रकरण दर्ज है? तो हमारे प्रत्याशी ने उसमें लिखा है कि 188 का मामला दर्ज है. जब उनके खिलाफ डिफाल्टर का कोई केस दर्ज नहीं है, तो उसका जिक्र भी नहीं होगा. ये आरोप ही निराधार है. कांग्रेस ने हवा बनाने के लिए आरोप लगाए है. सिर्फ दुष्प्रचार के लिए कांग्रेस ने शिकायत की है.