खंडवा। वृद्ध आश्रम की संचालिका के अथक प्रयासों और गूगल की मदद से अपने परिजनों से बिछड़े चुके एक वृद्ध को उनके परिजनों से मिलवाया गया. इतने दिनों के बाद अपने बेटे को देख वृद्ध कुबेर नायक फूट-फूटकर रोने लगे. दरअसल, एक साल पहले ओडिशा के कुबेर नायक जगन्नाथ पूरी यात्रा करने गए थे. लौटने के दौरान गलत ट्रेन में बैठ गए और भटकते-भटकते खंडवा आ पहुंचे.
25 जुलाई को खंडवा के जावर थाना क्षेत्र के सतवाड़ा गांव में एक अज्ञात व्यक्ति के मिलने की सूचना मिला. उड़िया भाषी होने के कारण वृद्ध की भाषा यहां कोई समझ नहीं पा रहा था. जिसके बाद इन्हें क्षेत्र के दादाजी वृद्ध आश्रम भेज दिया गया. यहां वृद्ध की काउंसिलिंग में उसने अपने आप को नयागढ़ स्थान का निवासी बताया, जिसके आधार पर आश्रम संचालक अनिता सिंह ने नयागढ़ को गूगल पर सर्च किया, तो यह गांव ओडिशा में निकला.
आश्रम संचालिका अनिता सिंह ने वहां के एसपी से बुजुर्ग की बात करवाई. बुजुर्ग ने पुलिस को सारी जानकारी दी. जिसके बाद ओडिशा ने पुलिस बुजुर्ग के परिजनों के बारे में पता लगाया. इसके बाद पुलिसकर्मी ने परिजनों से बुजुर्ग की मोबाइल पर वीडियो कॉल से उसकी पहचान करवाई. परिजनों ने बुजुर्ग की पहचान कर उन्हें लेने तत्काल खंडवा आ गए.