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विसर्जन के लिए एंबुलेंस से लाई गई गणेश प्रतिमा

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Published : Sep 2, 2020, 1:25 AM IST

ओंकारेश्वर में विसर्जन से दौरान एक एंबुलेंस का उपयोग करने का ममला भी सामने आया है, हालांकि ये साफ नहीं हो पाया है कि वाहन अभी भी अस्पताल में सेवा दे रहा है कि नहीं.

Ganesh statue brought from ambulance for immersion
विसर्जन के लिए एंबुलेंस से लाई गई गणेश प्रतिमा

खंडवा। गणेश उत्सव के दसवें यानी आखिरी दिन अनंत चतुर्दशी जिले भर में गणेश विसर्जन किया गया, जिसके लिए प्रशासन ने चाक-चौबंद व्यवस्था की और पुलिस की निगरानी में घाटों पर विसर्जन किया गया. लेकिन ओंकारेश्वर से विसर्जन के दौरान एक एंबुलेंस लिखे वाहन का दुरूपयोग करने का ममला भी सामने आया, हालांकि ये साफ नहीं हो पाया है कि वाहन अब भी अस्पताल में सेवा दे रहा है कि नहीं.

विसर्जन के लिए एंबुलेंस से लाई गई गणेश प्रतिमा

मंगलवार शाम 6 बजे ओंकारेश्वर में स्वच्छता अभियान रैली के काफिले में एंबुलेंस लिखे वाहन में गणेश प्रतिमा देख लोगों के लिये कौतुहल का विषय बना. इस एंबुलेंस पर नत्थुलाल जी मेमोरियल हास्पिटल सनावद लिखा था. इस एंबुलेंस में गणेश जी को बैठाकर नर्मदा नदी में विसर्जन के लिये लाया गया था. एक ओर कोरोना संक्रमण काल में जहां देश भर में मेडिकल सुविधाओं की कमी हो रही है, ऐसे में गणपति उत्सव के दौरान ऐसे मामले का सामने आना प्रशासनिक लापरवाही और मानवीय संवेदनहीनता को दिखा रहा है.

बता दें, दस दिनों तक घरों में भगवान गणेश की पूजा करने के बाद अनंत चतुर्दशी के दिन प्रतिमाओं का नदी तालाबों में विसर्जन किया जाता है, लेकिन इस बार विसर्जन पर कोरोना का असर साफ दिखाई दिया. प्रशासन ने जिले की सीमा में बहने वाले जल स्त्रोतों में गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन पर प्रतिबंधित लगा रखा था और विसर्जन का जिम्मा सभी निकायों और ग्राम पंचायतों को सौंपा गया.

खंडवा। गणेश उत्सव के दसवें यानी आखिरी दिन अनंत चतुर्दशी जिले भर में गणेश विसर्जन किया गया, जिसके लिए प्रशासन ने चाक-चौबंद व्यवस्था की और पुलिस की निगरानी में घाटों पर विसर्जन किया गया. लेकिन ओंकारेश्वर से विसर्जन के दौरान एक एंबुलेंस लिखे वाहन का दुरूपयोग करने का ममला भी सामने आया, हालांकि ये साफ नहीं हो पाया है कि वाहन अब भी अस्पताल में सेवा दे रहा है कि नहीं.

विसर्जन के लिए एंबुलेंस से लाई गई गणेश प्रतिमा

मंगलवार शाम 6 बजे ओंकारेश्वर में स्वच्छता अभियान रैली के काफिले में एंबुलेंस लिखे वाहन में गणेश प्रतिमा देख लोगों के लिये कौतुहल का विषय बना. इस एंबुलेंस पर नत्थुलाल जी मेमोरियल हास्पिटल सनावद लिखा था. इस एंबुलेंस में गणेश जी को बैठाकर नर्मदा नदी में विसर्जन के लिये लाया गया था. एक ओर कोरोना संक्रमण काल में जहां देश भर में मेडिकल सुविधाओं की कमी हो रही है, ऐसे में गणपति उत्सव के दौरान ऐसे मामले का सामने आना प्रशासनिक लापरवाही और मानवीय संवेदनहीनता को दिखा रहा है.

बता दें, दस दिनों तक घरों में भगवान गणेश की पूजा करने के बाद अनंत चतुर्दशी के दिन प्रतिमाओं का नदी तालाबों में विसर्जन किया जाता है, लेकिन इस बार विसर्जन पर कोरोना का असर साफ दिखाई दिया. प्रशासन ने जिले की सीमा में बहने वाले जल स्त्रोतों में गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन पर प्रतिबंधित लगा रखा था और विसर्जन का जिम्मा सभी निकायों और ग्राम पंचायतों को सौंपा गया.

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