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90 साल में पहली बार बिना भक्तों के मनाई धूनी वाले दादाजी धाम में गुरू पूर्णिमा

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Published : Jul 4, 2020, 3:17 PM IST

आज गुरु पूर्णिमा के मौके पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु खंडवा पहुंचते थे. जहां वो प्रसिद्ध धूनी वाले दादाजी धाम की समाधि पर मात्था टेकते थे, लेकिन इस साल कोरोना संक्रमण को देखते हुए सभी जिलों की सीमाएं सील कर दी गई हैं. किसी भी श्रद्धालु को जिले में प्रवेश नहीं मिला.

famous Dhuni Wala Dham was deserted on the occasion of Guru Purnima
आज मनाई जा रही गुरु पूर्णिमा, खंडवा के प्रसिद्ध धूनी वाले दादाजी धाम रहा सूना

खंडवा। पूरे देश में आज गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जा रहा है. वहीं खंडवा में इस अवसर पर दादाजी धूनीवाले के धाम में इस बार भक्तों के बिना ही गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जा रहा है. हर साल लाखों की तादाद में आने वाले दादा जी के भक्त इस साल कोरोना संक्रमण के चलते नहीं पहुंच पा रहे हैं. प्रशासन ने भी मंदिर में प्रवेश पर 10 जुलाई तक प्रतिबंध लगा दिया है.

tomb of Dadaji Dham
सूनी पड़ी रही दादाजी धाम की समाधि

खंडवा का प्रसिद्ध धूनी वाले दादाजी धाम हर साल गुरु पूर्णिमा पर एक भव्य आयोजन का साक्षी बनता है. जहां खंडवा सहित आस-पास के जिले, प्रदेश और पूरे देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी दादाजी के लाखों भक्त आते हैं. दादाजी धाम पर पहुंचकर उनकी समाधि पर शीश झुकाते हैं. इसी के साथ महाराष्ट्र और अन्य राज्यों और जिलों से माताजी के भक्त निशान (ध्वजा) लेकर आते हैं.

Devotees did not reach khandwa on the occasion of Guru Purnima
गुरु पूर्णिमा के मौके पर कोरोना के चलते नहीं पहुंचे श्रद्धालु

गुरु पूर्णिमा के मौके पर खंडवा के दादाजी धाम में लाखों भक्त दर्शन के लिए आते हैं. यही नहीं इस मौके पर शहर भर में हजारों की संख्या में खाने-पीने के स्टॉल लगाए जाते हैं, ताकी कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे. यहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को निशुल्क भोजन और तरह-तरह के पकवान प्रसादी का वितरण किया जाता है, लेकिन इस साल कोरोना संक्रमण के चलते यह पर्व फीका रहा.

ट्रस्टी सुभाष नागौरी ने बताया, साल 1930 से लगातार खंडवा में गुरु पूर्णिमा का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता रहा है. लेकिन 90 साल के बाद यह पहला मौका है, जब खंडवा में दादाजी का धाम भक्तों के बिना सूना रहेगा. गुरु पूर्णिमा का पर्व दादाजी के भक्तों के बिना ही मनाया जाएगा.

धूनीवाले दादाजी में आज होंगे विशेष कार्यक्रम

दादाजी धाम में आज गुरु पूर्णिमा पर्व पर नियमित कार्यक्रमों के साथ ही विशेष कार्यक्रम होंगे. सबसे पहले जहां सुबह 3.30 बजे से 5 बजे तक समाधि स्नान, धूनी माई की सेवा और भोग लगाया गया. वहीं सुबह 5 बजे छोटी आरती हुई. सुबह 8 से 9.30 बजे तक बड़ी आरती का आयोजन किया गया, सुबह 10 बजे से दोपहर 3.30 बजे तक दूध, घी, शक्कर, दही से अभिषेक किया जाएगा. मालिक अभिषेक स्नान 5 बजे तक होगा. वहीं शाम 5 बजे से 6.30 बजे तक सांयकालीन आरती की जाएगी, जिसके बाद 6.30 से 7.30 बजे तक भगवान सत्यनारायण की कथा होगी, रात 8.30 बजे से 9.30 बजे की आरती 108 दीपकों से की जाएगी. रात 10 बजे समाधि सेवा और नैवेध का भोग लगाया जाएगा.

जिले की सीमाएं सील

कोरोनावायरस के संक्रमण को देखते हुए और कोई भी श्रद्धालु खंडवा न पहुंच सके, इसके लिए जिले की सभी सीमाएं सील कर दी गई हैं. हर साल प्रदेश और अन्य राज्यों से दादाजी के लाखों भक्त खंडवा आते हैं, जिसे ध्यान में रखते हुए प्रशासन और मंदिर ट्रस्ट ने दादा जी के भक्तों से खंडवा नहीं आने की अपील की है, लेकिन फिर भी प्रशासन ने जिले की सभी सीमाओं को सील कर दिया है. इसके साथ ही किसी भी भक्त को जिले में प्रवेश नहीं दिया जाएगा.

खंडवा। पूरे देश में आज गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जा रहा है. वहीं खंडवा में इस अवसर पर दादाजी धूनीवाले के धाम में इस बार भक्तों के बिना ही गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जा रहा है. हर साल लाखों की तादाद में आने वाले दादा जी के भक्त इस साल कोरोना संक्रमण के चलते नहीं पहुंच पा रहे हैं. प्रशासन ने भी मंदिर में प्रवेश पर 10 जुलाई तक प्रतिबंध लगा दिया है.

tomb of Dadaji Dham
सूनी पड़ी रही दादाजी धाम की समाधि

खंडवा का प्रसिद्ध धूनी वाले दादाजी धाम हर साल गुरु पूर्णिमा पर एक भव्य आयोजन का साक्षी बनता है. जहां खंडवा सहित आस-पास के जिले, प्रदेश और पूरे देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी दादाजी के लाखों भक्त आते हैं. दादाजी धाम पर पहुंचकर उनकी समाधि पर शीश झुकाते हैं. इसी के साथ महाराष्ट्र और अन्य राज्यों और जिलों से माताजी के भक्त निशान (ध्वजा) लेकर आते हैं.

Devotees did not reach khandwa on the occasion of Guru Purnima
गुरु पूर्णिमा के मौके पर कोरोना के चलते नहीं पहुंचे श्रद्धालु

गुरु पूर्णिमा के मौके पर खंडवा के दादाजी धाम में लाखों भक्त दर्शन के लिए आते हैं. यही नहीं इस मौके पर शहर भर में हजारों की संख्या में खाने-पीने के स्टॉल लगाए जाते हैं, ताकी कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे. यहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को निशुल्क भोजन और तरह-तरह के पकवान प्रसादी का वितरण किया जाता है, लेकिन इस साल कोरोना संक्रमण के चलते यह पर्व फीका रहा.

ट्रस्टी सुभाष नागौरी ने बताया, साल 1930 से लगातार खंडवा में गुरु पूर्णिमा का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता रहा है. लेकिन 90 साल के बाद यह पहला मौका है, जब खंडवा में दादाजी का धाम भक्तों के बिना सूना रहेगा. गुरु पूर्णिमा का पर्व दादाजी के भक्तों के बिना ही मनाया जाएगा.

धूनीवाले दादाजी में आज होंगे विशेष कार्यक्रम

दादाजी धाम में आज गुरु पूर्णिमा पर्व पर नियमित कार्यक्रमों के साथ ही विशेष कार्यक्रम होंगे. सबसे पहले जहां सुबह 3.30 बजे से 5 बजे तक समाधि स्नान, धूनी माई की सेवा और भोग लगाया गया. वहीं सुबह 5 बजे छोटी आरती हुई. सुबह 8 से 9.30 बजे तक बड़ी आरती का आयोजन किया गया, सुबह 10 बजे से दोपहर 3.30 बजे तक दूध, घी, शक्कर, दही से अभिषेक किया जाएगा. मालिक अभिषेक स्नान 5 बजे तक होगा. वहीं शाम 5 बजे से 6.30 बजे तक सांयकालीन आरती की जाएगी, जिसके बाद 6.30 से 7.30 बजे तक भगवान सत्यनारायण की कथा होगी, रात 8.30 बजे से 9.30 बजे की आरती 108 दीपकों से की जाएगी. रात 10 बजे समाधि सेवा और नैवेध का भोग लगाया जाएगा.

जिले की सीमाएं सील

कोरोनावायरस के संक्रमण को देखते हुए और कोई भी श्रद्धालु खंडवा न पहुंच सके, इसके लिए जिले की सभी सीमाएं सील कर दी गई हैं. हर साल प्रदेश और अन्य राज्यों से दादाजी के लाखों भक्त खंडवा आते हैं, जिसे ध्यान में रखते हुए प्रशासन और मंदिर ट्रस्ट ने दादा जी के भक्तों से खंडवा नहीं आने की अपील की है, लेकिन फिर भी प्रशासन ने जिले की सभी सीमाओं को सील कर दिया है. इसके साथ ही किसी भी भक्त को जिले में प्रवेश नहीं दिया जाएगा.

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