खंडवा। जिला अस्पताल में शुक्रवार को रात करीब 7:30 बजे वनकर्मी के सामने सागौन की तस्करी करते हुए दो युवकों को पकड़ा गया था, जिसके बाद आरोपित इकराम और मंजूर ने तत्कालीन वनरक्षक मंयक चौबे पर कुल्हाड़ी से हमला किया था. हमला करने के बाद दोनों फरार हो गए थे. कुछ दिन पहले दोनों को गिरफ्तार कर वन विभाग ने वनरक्षक चौबे पर हमले के मामले में शुक्रवार को रिमांड पर लिया था. यहां कोर्ट में मंजूर बेहोश हो गया. इसके बाद उसे जिला अस्पताल लाया गया.
अस्पताल में उसके परिजन और अन्य लोग भी पहुंच गए. यहां परिवारवालों ने जमकर हंगामा मचाया. महिलाएं वन विभाग की गाड़ी के सामने खड़ी हो गई. उन्होंने वनकर्मियों पर मंजूर के साथ मारपीट करने का आरोप लगाया. वन अधिकारियों के वाहन के सामने महिलाएं लेट गई, तो किसी ने वाहन के आगे अपना सिर मारा. एक महिला का कहना है कि वनकर्मी के साथ हुई मारपीट का बदला लेने के लिए उसके बेटे के साथ मारपीट की गई है. इधर वन अधिकारियों ने उनके आरोपों को निराधार बताया.
रेंजर विजय चौहान ने बताया कि टिटगांव में वनरक्षक मयंक चौबे के साथ मारपीट के मामले में मंजूर और इकराम को पूछताछ के लिए रिमांड पर लेने आये थे. कोर्ट में अचानक मंजूर की तबियत खराब हो गई. उसे जिला अस्पताल लेकर गए, जहां परिवारवालों ने जमकर हंगामा किया.