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नियमों को ताक पर रखकर में बिना डायवर्सन के बनी कॉलोनीयां

खंडवा के पंधाना में मनमने तारिके से कॉलोनियां काटी जा रही है. इस पर प्रशासन भी ध्यान नहीं दे रहा है. मामला सामने आने के बाद एसडीएम ममता खेड़े का कहना है कि जांच के बाद आरोपियों पर कार्रवाई की जाएगी.

Colonies being cut arbitrarily
मनमानी तारिके से कॉलोनियां काटी जा रही
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Published : Jan 20, 2021, 2:09 PM IST

खंडवा। पंधाना में वर्तमान में करीब 10 नवीन कॉलोनियां काटी जा रही हैं. यह कॉलोनी धुलकोट रोड़, कुंडिया रोड़ , खारवा रोड , आरूद रोड़ और खंडवा रोड़ पर कई स्थानों पर कॉलोनियां काटी जा रही हैं. खास बात यह है कि नगर में एक या दो कॉलोनी छोड़कर सभी कॉलोनी अवैध है. जिससे यह स्पष्ट होता है कि प्रशासन ने यहां कॉलोनियों में कॉलोनाइजरों की मनमानी को लेकर कार्रवाई नहीं की है. इतना ही नहीं इन नवीन कॉलोनियों में एक ही सर्वे नंबर में दूसरे सर्वे के प्लाट को बेच दिया जाता है. नियम अनुसार जिस कॉलोनी का डायवर्सन नहीं है, उसकी रजिस्ट्री नहीं होगी पर उपपंजीयक कार्यालय में रजिस्ट्रार द्वारा इसकी जांच किए बिना ही प्लाटों की रजिस्ट्रियां धड़ल्ले से की जा रही हैं.

नप के पास नहीं है कॉलोनियों का रिकॉर्ड

नगर परिषद पंधाना में कॉलोनियां काटने के लिए मात्र एक व्यक्ति द्वारा लाइसेंस लिया गया है. अन्य किसी भी कॉलोनाइजर ने लाइसेंस नहीं लिया है. कॉलोनाइजिंग एक्ट के तहत किसी भी जमीन मालिक ने नियम का पालन नहीं किया, जबकि नगर परिषद की बिना अनुमति नगरीय क्षेत्र में कॉलोनी नहीं काटी जा सकती. सबसे बड़ी बात तो यह है कि नप प्रशासन के पास कॉलोनियों का रिकार्ड तक नहीं है. प्रशासन ने अभी तक सर्वे नहीं कराया है. अवैध कॉलोनियों के कारण नगर परिषद को संपत्ति कर के रूप में हर साल लाखों रुपए का नुकसान हो रहा है. खास बात यह है कि अवैध कॉलोनी काटने वालों के खिलाफ कार्रवाई न होने की वजह से नगर के कई इलाकों में अवैध रूप से प्लाटिंग की जा रही है. जिससे कृषि योग्य जमीन को भी कॉलोनी में परिवर्तित कर दिया गया है.

SDM Mamta Khede
एसडीएम ममता खेड़े
कॉलोनी काटने के लिए इन नियमों का पालन करना जरूरीनगर में जहां भी नवीन कॉलोनियां काटी जा रही हैं, उनका सबसे पहले राजस्व विभाग में डायवर्सन होना चाहिए. लेकिन कॉलोनाइजर रजिस्ट्रेशन फीस से बचने के चक्कर में डायवर्सन नहीं कराते हैं. जिससे राजस्व की चोरी खुलेआम की जा रही है. कॉलोनी में नियमावली के अनुसार पक्की रोड, नाली, पानी की सुविधा, बिजली, खंबों पर स्ट्रीट लाइटें, पार्क आदि की सुविधाएं होनी चाहिए. मगर कॉलोनाइजर खेतों में कच्ची रोड डालकर प्लाट काट देते हैं. बयनामा के दौरान भी उपपंजीयक ऑफिस में यह लिखा जाता है कि जांच उपरांत जमीन बंधक नहीं पाई गई है पर सर्विस प्रोवाइडर और रजिस्ट्रार इस पर ध्यान नहीं देते हैं.जांच के बाद दोषियों पर करेंगे कार्रवाईएसडीएम ममता खेड़े का कहना है कि नगर में काटी जा रही नवीन कॉलोनियों की जांच की जाएगी. जिन कॉलोनाइजरों के पास लाइसेंस या डायवर्सन नहीं कराया है. जिसके बाद नोटिस दिया जाएगा. उनके खिलाफ जांच उपरांत कार्रवाई करेंगे.

खंडवा। पंधाना में वर्तमान में करीब 10 नवीन कॉलोनियां काटी जा रही हैं. यह कॉलोनी धुलकोट रोड़, कुंडिया रोड़ , खारवा रोड , आरूद रोड़ और खंडवा रोड़ पर कई स्थानों पर कॉलोनियां काटी जा रही हैं. खास बात यह है कि नगर में एक या दो कॉलोनी छोड़कर सभी कॉलोनी अवैध है. जिससे यह स्पष्ट होता है कि प्रशासन ने यहां कॉलोनियों में कॉलोनाइजरों की मनमानी को लेकर कार्रवाई नहीं की है. इतना ही नहीं इन नवीन कॉलोनियों में एक ही सर्वे नंबर में दूसरे सर्वे के प्लाट को बेच दिया जाता है. नियम अनुसार जिस कॉलोनी का डायवर्सन नहीं है, उसकी रजिस्ट्री नहीं होगी पर उपपंजीयक कार्यालय में रजिस्ट्रार द्वारा इसकी जांच किए बिना ही प्लाटों की रजिस्ट्रियां धड़ल्ले से की जा रही हैं.

नप के पास नहीं है कॉलोनियों का रिकॉर्ड

नगर परिषद पंधाना में कॉलोनियां काटने के लिए मात्र एक व्यक्ति द्वारा लाइसेंस लिया गया है. अन्य किसी भी कॉलोनाइजर ने लाइसेंस नहीं लिया है. कॉलोनाइजिंग एक्ट के तहत किसी भी जमीन मालिक ने नियम का पालन नहीं किया, जबकि नगर परिषद की बिना अनुमति नगरीय क्षेत्र में कॉलोनी नहीं काटी जा सकती. सबसे बड़ी बात तो यह है कि नप प्रशासन के पास कॉलोनियों का रिकार्ड तक नहीं है. प्रशासन ने अभी तक सर्वे नहीं कराया है. अवैध कॉलोनियों के कारण नगर परिषद को संपत्ति कर के रूप में हर साल लाखों रुपए का नुकसान हो रहा है. खास बात यह है कि अवैध कॉलोनी काटने वालों के खिलाफ कार्रवाई न होने की वजह से नगर के कई इलाकों में अवैध रूप से प्लाटिंग की जा रही है. जिससे कृषि योग्य जमीन को भी कॉलोनी में परिवर्तित कर दिया गया है.

SDM Mamta Khede
एसडीएम ममता खेड़े
कॉलोनी काटने के लिए इन नियमों का पालन करना जरूरीनगर में जहां भी नवीन कॉलोनियां काटी जा रही हैं, उनका सबसे पहले राजस्व विभाग में डायवर्सन होना चाहिए. लेकिन कॉलोनाइजर रजिस्ट्रेशन फीस से बचने के चक्कर में डायवर्सन नहीं कराते हैं. जिससे राजस्व की चोरी खुलेआम की जा रही है. कॉलोनी में नियमावली के अनुसार पक्की रोड, नाली, पानी की सुविधा, बिजली, खंबों पर स्ट्रीट लाइटें, पार्क आदि की सुविधाएं होनी चाहिए. मगर कॉलोनाइजर खेतों में कच्ची रोड डालकर प्लाट काट देते हैं. बयनामा के दौरान भी उपपंजीयक ऑफिस में यह लिखा जाता है कि जांच उपरांत जमीन बंधक नहीं पाई गई है पर सर्विस प्रोवाइडर और रजिस्ट्रार इस पर ध्यान नहीं देते हैं.जांच के बाद दोषियों पर करेंगे कार्रवाईएसडीएम ममता खेड़े का कहना है कि नगर में काटी जा रही नवीन कॉलोनियों की जांच की जाएगी. जिन कॉलोनाइजरों के पास लाइसेंस या डायवर्सन नहीं कराया है. जिसके बाद नोटिस दिया जाएगा. उनके खिलाफ जांच उपरांत कार्रवाई करेंगे.
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