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शादी से जुड़े व्यवसायों पर 'कोरोना ग्रहण', मुख्यमंत्री से लगाई गुहार

कोरोना महामारी के चलते इस साल शादियों का सीजन फीका रहा. शादी से जुड़े व्यवसायों में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इस व्यवसाय से जुड़े लोगों ने सीएम शिवराज सिंह चौहान से गुहार लगाई है, कि शादियों में तीन सौ से चार सौ लोगों के शामिल होने की अनुमति दी जाए.

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शादी व्यावसाय पर 'कोरोना ग्रहण'
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Published : Jul 21, 2020, 2:36 PM IST

Updated : Jul 21, 2020, 2:43 PM IST

खंडवा। कोरोना महामारी के प्रकोप के चलते देश में लॉकडाउन लगा, इस दौरान शादियों का सीजन फीका रहा. शादी उद्योग पूरी तरह तबाह हो गया हैं. ऐसे में इससे जुड़े व्यवसायियों ने मुख्यमंत्री शिवराज से आगामी नवंबर से शुरू हो रहे शादियों के सीजन के लिए गुहार लगाई है, साथ ही मांग की है कि, शादियों में तीन सौ से चार सौ लोगों के शामिल होने की अनुमति दी जाए.

कोरोना के चलते शादी का सीजन ठप

लॉकडाउन में बदला कार्यक्रमों का स्वरूप

लॉकडाउन के बाद से शादियों का स्वरूप ही बदल गया हैं. हर साल धूमधाम से होने वाली शादियां इस बार बड़े ही सामान्य रूप से की जा रही हैं. शादियों से जुड़े कई प्रकार के काम बंद हैं. वहीं इनके बंद होने से शादी व्यवसाय पूरी तरह से ठप पड़ गया है. शादी उद्योग के फेडरेशन आफ टेंट मध्यप्रदेश और टेंट एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष सतनाम होरा का कहना हैं कि, जब से कोरोना महामारी शुरू हुई है, तब से पूरा शादियों का सीजन इसी की भेंट चढ़ गया है.

व्यवसायियों ने सीएम से मांग

उन्होंने कहा कि, यही स्थिति पूरे भारत के शादी उद्योग से जुड़े व्यवसायियों की हैं. शादी व्यवसाय से जुड़े लोगों की कमर टूट चुकी हैं. व्यवसायी अपना सामान बेचकर गुजर बसर कर रहे हैं. उन्होंने सूबे के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मांग करते हुए कहा कि, प्रदेश में उपचुनाव का बिगुल बज चुका हैं. कुछ महीनों में चुनाव लड़े जाएंगे, तो चुनावी सभाओं, रैलियों में भारी भीड़ जुटेगी. ऐसे में क्या वहां सोशल डिस्टिसिंग का उल्लंघन नहीं होगा. जबकि दूसरी ओर शादी समारोह और अन्य कार्यक्रमों में सरकार ने 10 लोगों की इजाजत दी हैं, जिससे हम बर्बाद हो जाएंगे. उन्होंने मांग की है कि, सरकार हम व्यवसायियों की ओर भी ध्यान दे. हम सभी तरह के नियमों का पालन करेंगे.

शादी व्यवसाय से जुड़े कई तरह के काम

शादी में कई तरह के कामों के लिए अधिक लोगों की जरूरत पड़ती है, इनमें हलवाई से लेकर घोड़ी वाला, बग्घी वाला, टेंट वाला, बैंड बाजा, कैटर्स, लाइट एंड डेकोरेशन, मैरिज हॉल काम करने वाली महिलाएं सहित कई तरह के कामों की अधिक लोगों की जरूरत पड़ती है. इस बार का सीजन खराब चला गया, जिससे इन सभी कामों को करने वाले व्यवसायियों की कमर टूट चुकी है.

व्यवसायियों की हालत खस्ता

इस साल शादियों का सीजन ठप पड़ने से शादी व्यवसाय से जुड़े कई ऐसे कारोबारी थे, जिन्होंने कर्ज लेकर अपने कारोबार को शुरू किया था और काम नहीं मिलने से इन्हें अपना कर्ज चुकाने की भारी चिंता सताने लगी है. ऐसे ही एक व्यवसायी जिन्होंने लाखों रुपए का कर्ज लिया था और कोई काम नहीं मिलने से वो परेशान हो गए.

कलेक्टर ने दिया नियमों हवाला

कलेक्टर अनय द्विवेदी ने शासन- प्रशासन के नियमों का हवाला देते हुए साफ कहा है कि, शादी और अन्य समारोह के लिए प्रशासन ने जो गाइडलाइन जारी की है, उसी के तहत सभी टेंट व्यवसायियों और अन्य लोगों को इस तरह के निर्देश दिए गए हैं. जिसके अनुसार कम से कम संख्या में इन कार्यक्रमों को आयोजित किया जाए.

खंडवा। कोरोना महामारी के प्रकोप के चलते देश में लॉकडाउन लगा, इस दौरान शादियों का सीजन फीका रहा. शादी उद्योग पूरी तरह तबाह हो गया हैं. ऐसे में इससे जुड़े व्यवसायियों ने मुख्यमंत्री शिवराज से आगामी नवंबर से शुरू हो रहे शादियों के सीजन के लिए गुहार लगाई है, साथ ही मांग की है कि, शादियों में तीन सौ से चार सौ लोगों के शामिल होने की अनुमति दी जाए.

कोरोना के चलते शादी का सीजन ठप

लॉकडाउन में बदला कार्यक्रमों का स्वरूप

लॉकडाउन के बाद से शादियों का स्वरूप ही बदल गया हैं. हर साल धूमधाम से होने वाली शादियां इस बार बड़े ही सामान्य रूप से की जा रही हैं. शादियों से जुड़े कई प्रकार के काम बंद हैं. वहीं इनके बंद होने से शादी व्यवसाय पूरी तरह से ठप पड़ गया है. शादी उद्योग के फेडरेशन आफ टेंट मध्यप्रदेश और टेंट एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष सतनाम होरा का कहना हैं कि, जब से कोरोना महामारी शुरू हुई है, तब से पूरा शादियों का सीजन इसी की भेंट चढ़ गया है.

व्यवसायियों ने सीएम से मांग

उन्होंने कहा कि, यही स्थिति पूरे भारत के शादी उद्योग से जुड़े व्यवसायियों की हैं. शादी व्यवसाय से जुड़े लोगों की कमर टूट चुकी हैं. व्यवसायी अपना सामान बेचकर गुजर बसर कर रहे हैं. उन्होंने सूबे के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मांग करते हुए कहा कि, प्रदेश में उपचुनाव का बिगुल बज चुका हैं. कुछ महीनों में चुनाव लड़े जाएंगे, तो चुनावी सभाओं, रैलियों में भारी भीड़ जुटेगी. ऐसे में क्या वहां सोशल डिस्टिसिंग का उल्लंघन नहीं होगा. जबकि दूसरी ओर शादी समारोह और अन्य कार्यक्रमों में सरकार ने 10 लोगों की इजाजत दी हैं, जिससे हम बर्बाद हो जाएंगे. उन्होंने मांग की है कि, सरकार हम व्यवसायियों की ओर भी ध्यान दे. हम सभी तरह के नियमों का पालन करेंगे.

शादी व्यवसाय से जुड़े कई तरह के काम

शादी में कई तरह के कामों के लिए अधिक लोगों की जरूरत पड़ती है, इनमें हलवाई से लेकर घोड़ी वाला, बग्घी वाला, टेंट वाला, बैंड बाजा, कैटर्स, लाइट एंड डेकोरेशन, मैरिज हॉल काम करने वाली महिलाएं सहित कई तरह के कामों की अधिक लोगों की जरूरत पड़ती है. इस बार का सीजन खराब चला गया, जिससे इन सभी कामों को करने वाले व्यवसायियों की कमर टूट चुकी है.

व्यवसायियों की हालत खस्ता

इस साल शादियों का सीजन ठप पड़ने से शादी व्यवसाय से जुड़े कई ऐसे कारोबारी थे, जिन्होंने कर्ज लेकर अपने कारोबार को शुरू किया था और काम नहीं मिलने से इन्हें अपना कर्ज चुकाने की भारी चिंता सताने लगी है. ऐसे ही एक व्यवसायी जिन्होंने लाखों रुपए का कर्ज लिया था और कोई काम नहीं मिलने से वो परेशान हो गए.

कलेक्टर ने दिया नियमों हवाला

कलेक्टर अनय द्विवेदी ने शासन- प्रशासन के नियमों का हवाला देते हुए साफ कहा है कि, शादी और अन्य समारोह के लिए प्रशासन ने जो गाइडलाइन जारी की है, उसी के तहत सभी टेंट व्यवसायियों और अन्य लोगों को इस तरह के निर्देश दिए गए हैं. जिसके अनुसार कम से कम संख्या में इन कार्यक्रमों को आयोजित किया जाए.

Last Updated : Jul 21, 2020, 2:43 PM IST
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