खंडवा। नगर परिषद पंधाना में सोमवार को एक बड़ा नाटकीय घटनाक्रम हुआ. जहां बस स्टैंड तहसील रोड पर बनाई गई दुकानों की नीलामी पर रोक लगाए जाने के बाद भी नीलामी शुरु कर दी गई. जिसके लिए लोगों ने फार्म भी ले लिए लेकिन बाद में इसे बंद कर दिया गया. जिसके बाद वहां पर मौजूद लोगों ने हंगामा करना शुरु कर दिया. लोगों का आरोप है कि नगर परिषद अध्यक्ष द्वारा अपने चहेतों के फार्म समयावधि के बाद भी लिए गए और जब नीलामी पर रोक लगी थी तो उन्हें क्यों बुलाया गया.
दरअसल बस स्टैंड तहसील रोड पर दुकानें बनाई गई हैं. जिस पर अनियमितताओं की शिकायत पर कलेक्टर ने सुबह ही रोक लगा दी गई. इसके बाद भी नगर परिषद अध्यक्ष परमानंद कुशवाह, सीएमओ संजय राठौड़ की मौजूदगी में नीलामी प्रकिया शुरू कर दी गई. इस नीलामी प्रक्रिया में डेढ़ सौ से भी अधिक लोगों ने भाग लिया और दो हजार का फॉर्म खरीदकर अपनी मन पसंद दुकान पाने के लिए पेटी में फॉर्म जमा किया. लेकिन थोड़ी देर बाद कहा गया कि कलेक्टर ने इस नीलामी प्रक्रिया पर रोक लगा दी है और आगामी आदेश के बाद ही नीलामी प्रकिया को पूर्ण किया जाएगा.
इसके बाद वहां पर मौजूद लोगों ने हंगामा कर दिया. उनका कहना था कि नीलामी का समय 11-3 बजे तक का रखा गया था. इसके बावजूद भी नगर परिषद ने अपने चहेतों के आवेदन तीन के बाद भी लिए जबकि उनके फार्म नहीं जमा किए गए. विवाद बढ़ता देख कर नीलामी की प्रक्रिया रोक दी गई एवम पेटी में जमा आवेदन एवं राशि अनुविभागीय अधिकारी अनुभा जैन के पास जमा करवा दी गई. सवाल तो ये है कि जब नीलामी प्रक्रिया पर रोक लगा दी गई थी तो नगर परिषद द्वारा इस नीलामी का आयोजन ही क्यों करवाया गया.