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पाकिस्तान की जेल में बंद राजू के परिवार का बुरा हाल, ग्रामीणों ने इमरान खान से की ये अपील

खंडवा का राजू पिंडारे धोखे से पाकिस्तान पहुंच गया है. वह मानसिक रूप से विक्षिप्त है. एक महीने से ज्यादा का वक्त बीत जाने के बाद राजू के पिता ने उसे वापस लाने की मांग की है. इसके लिए उन्होंने पीएम मोदी से कहा कि वे राजू को वापस लाने के लिए कदम उठाएं.

राजू का परिवार
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Published : Aug 12, 2019, 3:30 PM IST

Updated : Aug 12, 2019, 8:11 PM IST

खंडवा। मानसिक रूप से विक्षिप्त राजू पिंडारे के पाकिस्तान जाने को एक महीने से ज्यादा का वक्त बीत चुका है. इसके बाद भी प्रशासन का मौन बरकरार है. प्रशासन की ओर से अब तक कोई कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है, जबकि राजू की मां बसंता बाई की तबियत भी बिगड़ गई और अस्पताल से कुछ दिन पहले ही उन्हें छुट्टी मिली है.

विदेश मंत्रालय ने साधी चुप्पी

हालांकि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राजू के परिवार को हर संभव मदद देने का भरोसा दिया है. पाकिस्तानी मीडिया लगातार राजू को भारतीय जासूस बता रहा है. हैरानी की बात ये है कि इस मामले में विदेश मंत्रालय की ओर से अब तक कोई बयान सामने नहीं आया. भारत सरकार न तो राजू को भारतीय मानने से इंकार नहीं कर रही है और न ही उसे जासूस स्वीकार कर रही है. इस सबके बीच राजू के परिवार के लोगों का बुरा हाल है.

राजू को वापस लाने की अपील

माफी भी मांग चुके हैं राजू के पिता

राजू के पिता पहले ही प्रधानमंत्री मोदी से मांग कर चुके हैं कि उनका बेटा गलती से पाकिस्तान चला गया है. जिसके लिए राजू के पिता ने माफी भी मांग ली है. अब उन्होंने पीएम मोदी से मांग की है कि वे राजू को वापस ले आएं. इस मुश्किल की घड़ी में राजू के परिवार की मदद ग्रामीणों ने भी की है.

ग्रामीणों ने भी की वापस लाने की अपील

गांव के नारायण तोमर ने परिवार का ढांढस बंधाया. नारायण तोमर ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से अपील करते हुए कहा कि मानसिक रूप से विक्षिप्त राजू को छोड़ा जाए, जो धोखे से पाकिस्तान चला गया है. ग्रामीणों का कहना है कि कम से कम मानवीय आधार पर राजू को रिहा किया जाए.

खंडवा। मानसिक रूप से विक्षिप्त राजू पिंडारे के पाकिस्तान जाने को एक महीने से ज्यादा का वक्त बीत चुका है. इसके बाद भी प्रशासन का मौन बरकरार है. प्रशासन की ओर से अब तक कोई कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है, जबकि राजू की मां बसंता बाई की तबियत भी बिगड़ गई और अस्पताल से कुछ दिन पहले ही उन्हें छुट्टी मिली है.

विदेश मंत्रालय ने साधी चुप्पी

हालांकि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राजू के परिवार को हर संभव मदद देने का भरोसा दिया है. पाकिस्तानी मीडिया लगातार राजू को भारतीय जासूस बता रहा है. हैरानी की बात ये है कि इस मामले में विदेश मंत्रालय की ओर से अब तक कोई बयान सामने नहीं आया. भारत सरकार न तो राजू को भारतीय मानने से इंकार नहीं कर रही है और न ही उसे जासूस स्वीकार कर रही है. इस सबके बीच राजू के परिवार के लोगों का बुरा हाल है.

राजू को वापस लाने की अपील

माफी भी मांग चुके हैं राजू के पिता

राजू के पिता पहले ही प्रधानमंत्री मोदी से मांग कर चुके हैं कि उनका बेटा गलती से पाकिस्तान चला गया है. जिसके लिए राजू के पिता ने माफी भी मांग ली है. अब उन्होंने पीएम मोदी से मांग की है कि वे राजू को वापस ले आएं. इस मुश्किल की घड़ी में राजू के परिवार की मदद ग्रामीणों ने भी की है.

ग्रामीणों ने भी की वापस लाने की अपील

गांव के नारायण तोमर ने परिवार का ढांढस बंधाया. नारायण तोमर ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से अपील करते हुए कहा कि मानसिक रूप से विक्षिप्त राजू को छोड़ा जाए, जो धोखे से पाकिस्तान चला गया है. ग्रामीणों का कहना है कि कम से कम मानवीय आधार पर राजू को रिहा किया जाए.

Intro:खंडवा - मानसिक रूप से विक्षिप्त युवक राजू पिंडारे के पाकिस्तान चले जाने को एक महीने से ज्यादा बीत जाने के बाद भी प्रशासन का मौन बरकरार हैं. प्रशासन की ओर से कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं. इस बीच राजू की माँ बसंता बाई की तबियत भी बिगड़ गई हालांकि अब वे ठीक है और उन्हें अस्पताल से छुट्टी भी मिल गई हैं. वहीं मुख्यमंत्री ने राजू के परिवार को हर संभव मदद करने की बात कही हैं. वही दूसरी ओर पाकिस्तानी मीडिया लगातार राजू को भारतीय जासूस बता रहा हैं.


Body:हैरानी की बात हैं कि इस मामले में विदेश मंत्रालय की ओर से अभी तक कोई बयान नहीं आया हैं. भारत सरकार ना तो राजू को भारतीय मनाने से इंकार कर रही हैं और ना ही उसे स्वीकार कर रही हैं. जबकि गुप्तचर विभाग के अधिकारी कुछ दिनों पहले पूछताछ करने गांव पहुंच चुकी हैं. इस सबके बीच राजू के परिवार के लोगों का बुरा हाल हैं. राजू के पिता पहले ही प्रधानमंत्री मोदी से मांग कर चुके हैं कि उनके बेटे से गलती हो गई वो पाकिस्तान चला गया है इसके लिए मैं माफी मांगता हूँ पर मेरे बेटे राजू को भारत ले आइए.
byte - लक्ष्मण पिंडारे, राजू के पिता


Conclusion:इस मुश्किल की घड़ी में राजू के परिवार की मदद गाँव के नारायण तोमर ने की हैं वे परिवार को ढांढस बंधाया राजू की माँ की तबियत बिगड़ने पर वे अपनी गाड़ी से जिला अस्पताल लेकर आए. नारायण तोमर ने भी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से अपील की हैं एक मानसिक रूप से विक्षिप्त राजू को छोड़ा जाए वो भटक कर पाकिस्तान चला गया हैं. इसलिए मानवीय आधार पर राजू को छोड़ा जाए
byte - नारायण तोमर , मदद करने वाले स्थानीय ग्रामीण
Last Updated : Aug 12, 2019, 8:11 PM IST
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