कटनी। जिले की जीवन दायिनी कही जाने वाली महानदी का सीना इन दिनों रेत माफिया छलनी करने में लगे हैं. महानदी के साथ-साथ जिले से होकर गुजरने वाली उंडार और उसकी सहायक नदियों में रेत का अवैध उत्खनन जोरों पर चल रहा है. रेत का उत्खनन महानदी और पूर्णा नदी में सबसे ज्यादा किया जाता है. इन नदियों के किनारे हमेशा ही माफियाओं के वाहन खड़े दिख जाते हैं, लेकिन जिला प्रशासन आंख मूंदे बैठा हुआ है.
ग्रामीणों को धमकाते हैं खनन माफिया
ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि अगर वो खनन का विरोध करते हैं तो उन्हें दबंग ना सिर्फ परेशान करते बल्कि उन्हें सलाखों के अंदर कराने की भी धमकी देते हैं. वहीं माइनिंग अधिकारी संतोष सिंह ने कहा कि परिवहन करते ट्रकों को पकड़ कर कार्रवाई की जा रही है , लेकिन अभी तक किसी भी ट्रक, ट्रैक्टर पर राजसात की कार्यवाही नहीं की गई है.
संकट में नदियों का अस्तित्व
अवैध रूप से चल रहे रेत उत्खनन से जहां पर्यावरण को नुकसान हो रहा है. वहीं नदियों के अस्तित्व पर भी संकट मंडरा रहा है, कई जगह नदियों में रेत की खदान इतनी ज्यादा बढ़ गई हैं कि वहां जनजीवन पर भी इसका असर दिखने लगा है. वहीं सरकार को भी लाखों रुपये का चूना लग रहा है.