कटनी: पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार जैन थाना प्रभारी कुठला निरीक्षक अरविंद जैन को कार्रवाई के आदेश दिए. जिसके बाद कुठला पुलिस हरकत में आई और आज ASEC Investment Group कंपनी के संचालक विश्वजीत सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. उसके सहयोगी ओंकार सिंह, धर्मराज सिंह, अभिषेक तिवारी के खिलाफ शिकायत की गई. कुठला पुलिस के पास अब तक 24 निवेशकों का कुल करीब 36 लाख रुपए निवेश किए जाने का मामला आया है.
इतने लोगों के हुए थे निवेश: कटनी पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार जैन ने बताया कि "अब तक निवेशक परमलाल पटेल ने 10 लाख, दीपक पटेल ने 46,5,000, अभिषेक कुशवाहा 2,10,000, मोहित दुबे ने 50,000, मदन कुमार तिवारी ने 30,000, लखन लाल निषाद ने एक लाख, हिमांशु सिंह ने 50,000, नीलेश तिवारी ने 60,000, राम दुबे ने 2,26,000, कैलाश सोनी ने 40,000, रवि रजक 20,000, महेंद्र ज्वार 1,00,000, मानवेंद्र मशीन 1,35,000, सुशील कुमार श्रीवास्तव 1,00,000, राकेश लाल 50,000, वीरेंद्र कुशवाहा ने 30,000, अमित कुशवाहा ने ₹100000, रोहित कुशवाहा 30,000, अनुराधा कुशवाहा ने 80,000, आकाश पटेल 20,000, सत्यम गुप्ता 1,10,000, नितिन लाल में 70,000 और उनील यादव 10,000 चिटफंड कंपनी में निवेश की रकम 200 दिनों में 4 गुना होने की बातों पर विश्वास कर निवेश करना बताया है.
आरोपियों के बैंक खाता सील: कटनी पुलिस विश्वजीत सिंह के पन्ना मोड में अर्जुन दास पटेल के घर में किराए से खोले गए. ऑफिस को तलाशी लिया और सीलबंद कर दिया है. विश्वजीत सिंह के पुरैनी स्थित मकान की भी तलाशी ली और दस्तावेज जब्त किए गए हैं. विश्वजीत को पुलिस रिपोर्ट के पूर्व फरार होने का मौका मिल गया. हालांकि पुलिस ने धर्मराज सिंह और ओंकार सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस लोगों को अपील की है कि कोई अन्य निवेशक जिसके साथ कंपनी ने धोखाधड़ी की है तो दस्तावेज के साथ पुलिस थाना कुठला में रिपोर्ट दर्ज करा सकता है. पुलिस सभी आरोपियों के बैंक खातों को सील कर दिया गया है. उनकी चल अचल संपत्ति की जानकारी भी जुटाई जा रही है.