कटनी। जिले में अधिकांश स्कूलों में शिक्षकों की कमी के चलते बच्चों के पढ़ाई प्रभावित होती रही है, लेकिन कटनी जिले की बड़गांव जन शिक्षा केंद्र के 36 स्कूलों में शिक्षकों की कमी स्मार्ट टीवी और मोबाइल फोन के जरिए दूर होगी. जन शिक्षा केंद्र ने कोरोना काल में नवाचार करते हुए आपदा को बच्चों के लिए अवसर बनाया. जिसमें 26 प्राथमिक और 10 मिडिल स्कूलों को स्मार्ट टीवी और मोबाइल फोन के जरिए संकुल केंद्र से जोड़ा है.
36 स्कूल हुए वर्चुअल
जन शिक्षा केंद्र में कंट्रोल रूम बनाया गया है. जिस किसी भी स्कूल में शिक्षक कम होंगे, वहां के छात्रों को स्मार्ट टीवी के जरिए संकुल केंद्र में ही बैठकर अब दूसरे शिक्षक विषय से संबंधित जानकारी दे पाएंगे. प्राइमरी व मिडिल स्कूल में इस तरह का नवाचार प्रदेश का पहला नवाचार है. 36 स्कूलों को स्मार्ट करने के साथ ही अब वर्चुअल मीटिंग और छात्रों व शिक्षकों की समस्याओं को एक ही स्थान पर बैठकर प्रभारी अधिकारी निराकृत करेंगे.
विधायक ने की तारीफ
जन शिक्षक को स्मार्ट करने का शुभारंभ किया गया. जिसमें क्षेत्रीय विधायक प्रणय पांडे,डीईओ बीडी दुबे सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे. स्मार्ट जन शिक्षा केंद्र का शुभारंभ करने के साथ ही अधिकारी व विधायक ने खुद मौके पर बैठकर संकुल केंद्र के अलग-अलग स्कूलों में शिक्षकों व छात्रों से बात की और प्रदेश के इस पहले स्मार्ट जन शिक्षा केंद्र के नवाचार की सराहना भी की.
बड़गांव जन शिक्षा केंद्र के जन शिक्षक विपिन तिवारी ने बताया कि बीआरसी विनीत गौतम संकुल केंद्र प्रभारी अनूप सिंह के साथ बैठकर संकुल केंद्र के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी या शिक्षकों के किसी कारण से ना आने पर छात्रों की पढ़ाई प्रभावित होने की बात सामने आने पर नवाचार करने का प्रयास किया गया है. इसके लिए सभी 36 स्कूलों में विभिन्न मदों से स्मार्ट टीवी खरीदे गए हैं. जिन्हें मोबाइल के जरिए फिलहाल कनेक्टिविटी देकर आपस में जन शिक्षा केंद्र से जोड़ा गया है. वहीं से बैठ कर दूसरे शिक्षक स्कूलों में शिक्षकों की कमी होने पर सीधा उनका मार्गदर्शन कर पाएंगे. इससे छात्रों की पढ़ाई अब कमजोर नहीं होगी.
बड़गांव जन शिक्षा केंद्र की इस स्मार्ट प्रोजेक्ट की तारीफ जिले के अधिकारियों ने की और प्रदेश के पहले तरह के नवाचार को लेकर उन्होंने इस प्रोजेक्ट को राज्य स्तर पर भेजने की बात कही है. इसके अलावा जिले में भी इसे एक पायलट प्रोजेक्ट की तरह प्रेषित करते हुए अन्य शिक्षा केंद्रों में भी किसी नवाचार को लागू कराया जाएगा. जिससे शिक्षकों की कमी के बाद भी पढ़ाई प्रभावित ना हो.