झाबुआ। जिले के पेटलावद मार्ग पर पुलिया धंसने से एक हादसा हो गया. जिसमें वहां से गुजर रहा ट्रक पलट गया. हालांकि हादसे में ट्रक के ड्राइवर और क्लीनर बाल-बाल बच गए हैं. इसी रास्ते पर दिसंबर 2017 में भी ऐसा ही हादसा हुआ था. जब यहां से 5 किमी. दूर रामनगर में पुलिया टूट कर दो हिस्सों में बंट गया था. तब सड़क में रखरखाव में लापरवाही की बात सामने आई थी. जिसके बावजूद हादसों में कोई कमी नजर नही आ रही है.
पेटलावद मार्ग पर इस तरह के एक दर्जन से ज्यादा छोटे बड़े पुलिया हैं. जिनकी मियाद पूरी हो चुकी है. इन पुलियाओं का निर्माण 1980 के करीब किया गया था. दो साल पहले हुए हादसे के बाद मार्ग के पुल को नया बनाने और मरम्मत को लेकर कवादय तेज हुई थी. लेकिन दो साल बाद भी हालत जस के तस बने हुए हैं.
पेटलावद मार्ग का रखरखाव PWD विभाग करता है. मामले में जिम्मेदार पलड़ा झाड़ रहे हैं और मीडिया के सामने आने से बच रहे हैं. पुलिया टूटने के स्थान पर पहुंची पीडब्ल्यूडी और एसडीओ की टीम मीडिया को देखकर वहां से बिना कुछ बताए चली गई. जिससे विभाग की लापरवाही और अधिकारियों की उदासीनता भी साफ दिखाई देती है.