झाबुआ। चुनावी साल में कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दल की नजर आधी आबादी यानी महिलाओं पर है. भाजपा सत्ता में बने रहने के लिए महिलाओं के लिए लाडली बहना योजना का कार्ड खेला है. इसी के जवाब में कांग्रेस नारी सम्मान योजना के बहाने सत्ता कब्जाना चाहती है. दोनों का मकसद एक है. झाबुआ जिले की प्रभारी मीनाक्षी नटराजन की मौजूदगी में नारी सम्मान योजना के तहत महिलाओं के फार्म भरे जाने की शुरुआत कर दी गई है. उनके साथ युवक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. विक्रांत भूरिया और जिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रकाश रांका सहित अन्य कांग्रेसी नेता मौजूद थे. नारी सम्मान योजना के तहत पहले दिन झाबुआ में 682 महिलाओं के फार्म भरे गए. झाबुआ विधानसभा में योजना से 50 हजार महिलाओं को जोड़ने का लक्ष्य है. कांग्रेस का दावा है कि उनकी सरकार बनी तो प्रत्येक महिला को हर महीने 1500 रुपए और 500 रुपए में रसोई गैस सिलेंडर देंगे.
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नारी उत्पीड़न में प्रदेश बन गया है नंबर वन: मीनाक्षी नटराजन ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि "सबको पता है कि महिला उत्पीड़न के मामले में दुर्भाग्य के साथ मप्र नंबर वन हो चुका है. कोविड के बाद स्कूल में बालिकाओं का ड्रॉपआउट रेट बढ़ा है. लाडली बहना योजना पर सवाल उठाते हुए कहा कि इस योजना में बड़े पैमाने पर महिलाओं को शामिल नहीं किया गया है. योजना में केवल 23 से 60 साल की महिलाओं को ही शामिल किया गया है, जबकि हमारे देश की औसत आयु 65 वर्ष हो चुकी है. सीनियर सिटीजन जो महिलाएं होती हैं उन्हें सबसे ज्यादा सम्मान निधि की जरूरत पड़ती है. ऐसे में ये समझ में नहीं आता कि 60 वर्ष से ऊपर की महिलाओं को योजना का लाभ क्यों नहीं दिया जा रहा."