झाबुआ। क्षेत्र के सांसद और आदिवासी नेता दिलीप सिंह भूरिया के प्रतिमा स्थल पर इन दिनों अव्यवस्थाओं का बोलबाला है. आदिवासी नेता दिलीप सिंह भूरिया के निधन के बाद उनकी याद में नगर पालिका ने 2016 में दिलीप बालोद्यान बनाया और उसमें दिलीप सिंह भूरिया की आदमकद प्रतिमा स्थापित की थी. दिलीप सिंह को झाबुआ, अलीराजपुर और रतलाम क्षेत्र में एक समाज सुधारक के रूप में भी जाना जाता था, लिहाजा उनकी प्रतिमा स्थल पर फैली अव्यवस्थाओं को लेकर जयस ने नाराजगी जाहिर की है.
जयस आदिवासी संगठन के पदाधिकारियों ने जिला कलेक्टर रोहित सिंह से मुलाकात कर दिलीप सिंह भूरिया के प्रतिमा स्थल को संवारने के लिए एक ज्ञापन सौंपा है. ज्ञापन में कहा गया है कि दिलीप बालोद्यान के विकास के लिए नगर पालिका न तो ध्यान दे रही है और ना ही इसके लिए कोई ठोस नीति बना रही है. नगर पालिका द्वारा प्रतिमा स्थल का रखरखाव न किए जाने के चलते प्रतिमा स्थल पर गंदगी पसरती जा रही है.
मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार और नगर पालिका होने के चलते 2016 में उनकी आदमकद प्रतिमा और दिलीप बालोद्यान बनाया गया था. वर्तमान में झाबुआ में (कांग्रेस समर्थित) अध्यक्ष हैं, लिहाजा राजनीतिक मतभेदों के चलते दिलीप बालोद्यान के विकास पर ध्यान नहीं दिया जा रहा. दिलीप बालोद्यान पर अस्थाई रूप से लोगों ने गेराज बना दिए हैं. आसपास के दुकानदारों ने उद्यान की जमीन को अपने पुराने वाहनों की पार्किंग बना दिया. जयस ने कलेक्टर से इस ओर ध्यान देने की अपील की है.