झाबुआ। राणापुर क्षेत्र के समोई गांव में जंगली जानवर द्वारा मवेशियों का शिकार किए जाने की सूचना मिलने पर पहुंची वन विभाग (Jhabua Forest Department) की टीम को जांच में लकड़बग्घे के पैरों के निशान मिले हैं. इससे पहले जिला पंचायत सदस्य शैलेंद्र सोलंकी ने डीएफओ एचएस ठाकुर को बाघ के मूवमेंट का एक वीडियो भेजकर बताया था कि इसे समोई क्षेत्र में देखा गया है और यह ग्रामीणों के मवेशियों का शिकार कर रहा है. वायरल हो रहा बाघ का वीडियो पेंच टाइगर रिजर्व का निकला. जिसके बाद वन विभाग ने भी राहत की सांस ली है. चूंकि कुछ साल पहले पेटलवाद क्षेत्र में बाघ आ गया था, लिहाजा इस सूचना से हड़कंप मच गया था.
बाघ की जगह निकला लकड़बग्घा: बाघ होने की खबर पाकर डीएफओ ने तत्काल रेंजर हरिशंकर पांडेय और अपनी टीम को मौके पर भेजा. करीब दो घंटे तक पूरे इलाके में सर्चिंग के बाद कुछ जगह लकड़बग्घे के पैरो के निशान नजर आए, वहीं एक जगह लकड़बग्घा भी दिखा. जिससे इतना तो साफ हो गया कि इस इलाके में बाघ का मूवमेंट नहीं है. डीएफओ एचएस ठाकुर ने बताया कि बाघ का जो वीडियो वायरल हो रहा है, वह पेंच नेशनल पार्क का है. बाघ के मूवमेंट के दौरान चीतल की आवाज आ रही है और चीतल पूरे मालवा क्षेत्र में कहीं नहीं हैं. डीएफओ ने अपील की कि, इस तरह के वीडियो वायरल करने से पहले उनकी सत्यता जरूर जांच लें.
जिपं सदस्य ने भेजा था बाघ का वीडियो: जिला पंचायत सदस्य शैलेंद्र सोलंकी ने बताया कि हमारे गांव समोई के ग्रामीणों ने आकर बताया कि गांव में शेर प्रजाति के पशु दिखाई दिए हैं. इसकी सूचना हमें लगातार मिलती आ रही थी विगत 15-20 दिन पहले कई पालतू जानवरों को इन जानवरों ने मार दिया था. इससे पूरे गांव में दहशत थी कि शेर है इसलिए वन विभाग के अधिकारियों को सूचना दी. वन विभाग की टीम यहां पर आई और लगभग दो घंटे उस एरिया में सर्चिंग की. जिला पंचायत सदस्य ने अपील की है कि अपने मन में जो भी डर है, उस डर को मिटा दे, वन विभाग हमारे साथ है.